हरियाणा के बहादुरगढ़ में INLD के प्रदेश अध्यक्ष नफे सिंह की हत्या के बाद उनका परिवार सदमे में हैं. नफे सिंह के बेटे जीतेंद्र सिंह ने कहा कि अभी 3 दिन पहले ही पिताजी का जन्मदिन साथ में मनाया था. पिता की हत्या के बाद जीतेंद्र ने रोते हुए कहा, ‘हमें नही पता था ये उनका आखिरी जन्मदिन होगा.’ बेटे ने कहा कि पिछले 6-7 महीने से पिता पर हमले का इनपुट मिल रहा था.
जीतेंद्र राठी ने कहा कि दो बार विधायक रह चुके मेरे पिता को सुरक्षा की मांग करने के बावजूद सुरक्षा नहीं दी गई. उन्होंने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से मिलकर भी सिक्योरिटी कवर देने की गुहार लगाई थी.
जितेंद्र राठी ने पिता की हत्या पर कहा, आज बहादुरगढ़ ने अपना रखवाला खोया है. हमारी राजनीतिक मजबूती लोगों को रास नही आई.
नफे सिंह हत्या को लेकर उन्हें किन लोगों पर शक है? इसको लेकर जब जीतेंद्र राठी से सवाल पूछा गया तो जवाब में उनके बेटे जीतेंद्र राठी ने कहा कि इसके पीछे वही लोग हैं जो बहादुरगढ़ में उनके पिता के पीछे पड़े हुए थे. वो विधायक के रूप में मेरे पिता को नहीं देखना चाहते थे, इसमें कुछ बड़े लोग भी शामिल हैं जिनके नाम जल्द ही सामने आएंगे.
रविवार की शाम नफे सिंह की हुई हत्या
बता दें कि रविवार की शाम पांच बजे नफे सिंह पर उस वक्त हमला किया जब वो किसी व्यक्ति की मौत पर शोक प्रकट कर वापस लौट रहे थे. आई10 कार से आए हमलावरों ने पीछे से उनकी फॉर्च्यूनर कार पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसानी शुरू कर दी. शूटरों ने राठी की गाड़ी पर 40 से 50 गोलियां दागी और उन्हें छलनी कर दिया.
बदमाश पहले से कर रहे थे पीछा
जिस वक्त नफे सिंह पर यह हमला हुआ, उस वक्त उनकी फॉर्च्यूनर गाड़ी में कुल पांच लोग थे. नफे सिंह ड्राइवर के साथ आगे वाली सीट पर बैठे थे जबकि उनके तीन गनमैन पीछे की सीट पर बैठे थे. शाम के करीब पांच बजे जब उनका काफिला बराही रेलवे फाटक पर पहुंचा तो पहले से पीछा कर रहे शूटरों ने उनकी गाड़ी पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाई. नफे सिंह और उनके एक सुरक्षा गार्ड को कई गोलियां लगी और उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया. डॉक्टर ने दोनों को मृत घोषित कर दिया.