5 घंटे पहले
- कॉपी लिंक
ब्रिटेन में बुधवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारतीय मूल के लोगों को संबोधित किया।
भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि गलवान झड़प के बाद भारत को लेकर चीन के नजरिए में बदलाव आया है। ब्रिटेन यात्रा के दौरान बुधवार को लंदन में भारतीय मूल के लोगों से बात करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा- अब दुनिया के सामने भारत कमजोर देश नहीं है। कोई भी हमें आंख दिखाकर नहीं जा सकता है।
चीन के मीडिया ग्लोबल टाइम्स में छपे एक आर्टिकल का जिक्र करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा- गलवान झड़प के दौरान हमारे जवानों ने जो बहादुरी दिखाई है, उसने चीन का नजरिया बदल दिया है। चीनी सरकार यह स्वीकार करने लगी है कि आर्थिक और विदेशी नीतियों में बदलाव के साथ भारत एक प्रमुख वैश्विक खिलाड़ी बन गया है। साथ ही रणनीतिक तौर भी हम एक शक्तिशाली देश बनकर उभर रहे हैं।
राजनाथ सिंह ने बताया कि भारत अब डिफेंस एक्सपोर्ट के मामले में टॉप 25 देशों में आता है।
राजनाथ बोले- कोई भी देश हमारा दुश्मन नहीं
राजनाथ सिंह ने आगे कहा- चीन की सरकार को यह पसंद आए या न आए लेकिन अब वो भी इस बात को मानने लगे हैं कि वैश्विक स्तर पर भारत को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। हम दुनिया में किसी भी देश को अपना दुश्मन नहीं मानते हैं। हालांकि, दुनिया भारत-चीन के बीच तनाव से वाकिफ है। हम चाहते हैं कि भारत के सभी पड़ोसी और दुनियाभर के देशों से अच्छे रिश्ते हों।
रक्षा मंत्री ने कहा- पहले हम डिफेंस के क्षेत्र में सबसे ज्यादा इम्पोर्ट करने वाला देश थे। अब हम उन टॉप 25 देशों में है जो डिफेंस इक्विपमेंट्स और हथियार एक्सपोर्ट करते हैं। दरअसल, ग्लोबल टाइम्स में 2 जनवरी को फुडान यूनिवर्सिटी के सेंटर फॉर साउथ एशियन स्टडीज के डायरेक्टर झांग जियाडोंग का एक आर्टिकल पब्लिश हुआ था।
ये तस्वीर ग्लोबल टाइम्स के उस आर्टिकल की है, जिसमें भारत और PM मोदी की नीतियों की तारीफ की गई है।
ग्लोबल टाइम्स के आर्टिकल में हुई थी भारत की तारीफ
इसमें उन्होंने लिखा था- भारत अब रणनीतिक रूप से ज्यादा विश्वास से भरा हुआ है और अपने ‘भारत नैरेटिव’ को मजबूती के साथ आगे बढ़ा रहा है। आर्टिकल में कहा गया था कि भारत आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ रहा है। वो दुनिया के लिए महत्वपूर्ण देश बन गया है।
वह ग्लोबल ट्रेड, कल्चर, इकोनॉमी, पॉलिटिक्स समेत कई मामलों में तेजी से कदम बढ़ा रहा है। पिछले 10 साल में मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार ने इन सभी क्षेत्रों में बेहतर दृष्टिकोण अपनाया है।
आर्टिकल में लिखा था- अमेरिका, जापान, रूस से भारत के रिश्ते मजबूत हुए
झांग ने आर्टिकल में बताया था कि भारत ने हमेशा से ही खुद को एक वैश्विक शक्ति के तौर पर देखा है। वह धीरे-धीरे इस मल्टीपोलर वर्ल्ड में एक पोल बन रहा है। अंतरराष्ट्रीय संबंधों के इतिहास में ऐसे बदलावों की गति कम ही देखने को मिलती है।
आर्टिकल में प्रधानमंत्री मोदी की मल्टी-अलाइनमेंट रणनीति की भी सराहना की थी। साथ ही इस बात पर जोर दिया गया था कि कैसे नई विदेश नीति के जरिए भारत ने अमेरिका, जापान और रूस के साथ रिश्ते मजबूत किए हैं।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ब्रिटेन के दौरे के आखिरी दिन PM ऋषि सुनक से मुलाकात की।
ब्रिटिश PM सुनक से मिले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह
इसके बाद बुधवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक से मुलाकात की। पिछले 20 सालों में यह पहली बार हो रहा है, जब भारत के रक्षा मंत्री ब्रिटेन के दौरे पर गए हैं। राजनाथ सिंह ने UK के डिफेंस मिनिस्टर ग्रैंट शैप्स से भी मुलाकात की। इस दौरान दोनों देशों के बीच रक्षा संबंधों को और मजबूत करने पर सहमति बनी।
इस दौरान शैप्स ने बताया कि ब्रिटेन की नौसेना का कैरियर स्ट्राइक ग्रुप 2025 तक हिंद महासागर में तैनात होगा। इससे पहले इसी साल ब्रिटिश नौसेना का लिटॉरल रेस्पॉन्स ग्रुप (LRG) भी हिंद महासागर में तैनात होगा। लिटॉरल रिस्पॉन्स ग्रुप और कैरियर स्ट्राइक ग्रुप यहां भारतीय नौसेना के साथ पैट्रोलिंग और जॉइंट ट्रेनिंग में हिस्सा लेंगे।