गाजा में हमास और इजरायल के बीच चल रहा जंग खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. अब इजरायल ने गाजा के रफाह में बड़ी सैन्य कार्रवाई की है. इस सैन्य कार्रवाई में किसी के घायल या मौत होने की सूचना नहीं है. हालांकि, वह लगे शरणार्थियों के कैंप को काफी नुकसान हुआ है. जिससे वह रह रहे शरणार्थियों में अब दहशत का माहौल है.
फिलिस्तीनियों के अनुसार, गाना वासियों के लिए एकमात्र सुरक्षित जगह रफाह को एक बार फिर निशाना बनाया है. इजरायली सेना ने यहां कई हवाई हमले किए, लेकिन इन हमलों को किसी के घायल होने की सूचना नहीं मिली है. हालांकि, यहां रह रहे शरणार्थियों के कैंप को भारी नुकसान हुआ है.
हमले से पहले दी लोगों को चेतावनी
रफाह में रह एक एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि इजरायली सेना से यहां रहने वाले लोगों को चेतावनी भरा फोन आया है और उनसे लोगों को क्षेत्र छोड़ने के लिए कहा, क्योंकि उनके फाइटर प्लेन हमले के लिए तैयार हैं.
इजरायल और हमास के बीच संघर्ष में अधिकांश 2.3 मिलियन लोगों को विस्थापित कर दिया गया है और उनमें से 1 मिलियन से ज्यादा लोग अब मिस्त्र की सीमा पर रह रहे हैं, लेकिन सबसे ज्यादा देश की दक्षिणी सीमा पर यू.एन. द्वारा बनाए गए टेंट और कार्डबोर्ड बॉक्स में रह रहे हैं.
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इजरायली वॉर कैबिनेट ने बुलाई बैठक
वहीं, इजरायली वॉर कैबिनेट ने रविवार को हमास के चंगुल से बंधकों नागरिकों की रिहाई को देर रात चर्चा की. इस वॉर कैबिनेट में प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू, रक्षा मंत्री योव गैलेंट, नेशनल यूनिटी पार्टी के अध्यक्ष बेनी गैंट्ज शामिल हैं. कैबिनेट की बैठक का एक वीडियो जारी कर नेतन्याहू ने कहा कि इस रात हमारे 133 प्यारे भाई और बहनें सेडर टेबल पर नहीं बैठे हैं और वो अभी-भी हमास के नरक में कैद हैं. उन्होंने हमास पर बंधकों को छोड़ने के समझौते को सीधे खारिज करने का आरोप लगाया.