उत्तर प्रदेश के फैजाबाद से सांसद और बीजेपी उम्मीदवार लल्लू सिंह ने विवादित बयान दिया है. लल्लू सिंह ने कहा कि सरकार तो 272 सीटों पर ही बन जाती है, लेकिन संविधान बदलने या संशोधन करने के लिए दो तिहाई सीटों की जरूरत होती है. वहीं लल्लू सिंह के इस बयान पर समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने बीजेपी को घेरा है.
लल्लू सिंह का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. इसमें बीजेपी प्रत्याशी कह रहे हैं, “संविधान में संशोधन करना होगा और बहुत सारे काम करने हैं. सरकार तो 272 में भी बन जाती है, लेकिन 272 की सरकार संविधान में संशोधन नहीं कर सकती है. इसके लिए दो तिहाई बहुमत से अधिक सीटें चाहिए या नया संविधान बनाना हो तो इसलिए.”
बीजेपी प्रत्याशी के इस वीडियो पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा जनता की सेवा या कल्याण करने के लिए बल्कि बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर जी द्वारा बनाए गए संविधान को बदलने के लिए जीतना चाहती है. उन्होंने कहा कि PDA भाजपा को मिलकर हराएगा क्योंकि भाजपा पिछड़ों, दलितों, अल्पसंख्यकों को मिले आरक्षण को, नया संविधान बनाकर खत्म करना चाहती है.
अखिलेश यादव ने कहा कि सदियों से 4-5% प्रभुत्ववादी सोच के लोग 90-95% लोगों को अपना गुलाम बनाए रखना चाहते हैं. इसीलिए इस बार पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यक मिलकर भाजपा को हराएंगे और संविधान व आरक्षण को बचाएंगे.
चुनाव आयोग ऐसे बयानों का संज्ञान ले: अखिलेश
सपा मुखिया ने चुनाव आयोग से भी ऐसे बयानों पर तुरंत संज्ञान लेने की अपील की है. उन्होंने कहा कि संविधान को मूलभूत रूप से बदलने की बात करने से बड़ा लोकतांत्रिक उल्लंघन और क्या हो सकता है. जनता पूछ रही है हमारे अधिकारों के खात्मे की साजिश क्या आचार संहिता का उल्लंघन नहीं है?
कांग्रेस ने भी उठाए सवाल
वहीं कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने इस वीडियो को लेकर कहा कि परसों मोदी जी ने कहा था कि स्वयं अम्बेडकर जी भी आ जाएं तो भी संविधान नहीं बदल सकते. अब अयोध्या से भाजपा के वर्तमान सांसद लल्लू सिंह खुलेआम कह रहे हैं संविधान बदलना है इसलिए 400 सीटें जीतनी होंगी. पवन खेड़ा ने आगे सवाल पूछते हुए कहा कि मोदी जी इन्हें दिल से माफ कर पाएंगे?
बीजेपी ने तीसरी बार दिया लल्लू सिंह को टिकट
भारतीय जनता पार्टी ने फैजाबाद लोकसभा सीट से लल्लू सिंह पर तीसरी बार भरोसा जताया है. लल्लू सिंह ने 2019 में समाजवादी पार्टी के आनंद सेन यादव को हराया था. इससे पहले 2014 में सपा के मित्रसेन यादव को भी मात दी थी. बता दें कि फैजाबाद में पहले चरण यानी 19 अप्रैल को वोटिंग होगी और चार जून को ही नतीजे घोषित किए जाएंगे.