चंडीगढ़। शहर के हेरिटेज फर्नीचर की विदेश में नीलामी जारी है। 24 मार्च को लक्जमबर्ग के एक नीलामी घर में शहर के पांच हेरिटेज आइटम्स की बोली लगी, जिसमें से चार को नीलाम कर दिया गया। इनकी कीमत लाखों रुपये में लगी है। इस नीलामी की चंडीगढ़ हेरिटेज आइटम्स प्रोटेक्शन सेल के सदस्य अजय जग्गा ने पहले ही जानकारी दे दी थी, लेकिन इसे रोका नहीं जा सका। अब जग्गा ने फिर केंद्रीय विदेश मंत्री को इस नीलामी की जांच के लिए शिकायत की है।अजय जग्गा ने मामले की शिकायत विदेश मंत्री एस. जयशंकर, केंद्रीय संस्कृति मंत्री जी किशन रेड्डी और केंद्रीय संस्कृति राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी को भेजी है और गंभीरता से जांच की मांग की है। जग्गा ने अपनी शिकायत में कहा है कि हर साल करोड़ों का हेरिटेज फर्नीचर विदेशों में नीलाम हो रहा है। ऐसा तब हो रहा है, जब एमएचए ने हेरिटेज फर्नीचर की नीलामी पर रोक लगा रखी है। संभाल न करने के चलते प्रशासन को भी राजस्व से हाथ धोना पड़ रहा है।
जग्गा ने बताया कि 24 मार्च को लक्जमबर्ग के लक्स नीलामी घर ने नीलामी आयोजित की और चंडीगढ़ के 5 हेरिटेज आइटम्स को नीलामी में रखा। इसमें चंडीगढ़ के चार आइटम्स करीब 23.43 लाख रुपये में बिके। जग्गा ने मांग की है कि हेरिटेज फर्नीचर की ऐसी सभी नीलामी को रोकने के साथ इस पूरे मामले की जांच होनी चाहिए कि आखिरकार देश से बाहर यह हेरिटेज फर्नीचर पहुंच कैसे रहा है। उन्होंने कहा कि भविष्य में ऐसी नीलामी को रोकने के लिए प्रयास किए जाने चाहिए और फर्नीचर की संभाल के लिए संसद को कोई फैसला लेना चाहिए।
इन आइटम्स की हुई नीलामी
इस नीलामी में दो कुर्सियों का एक सेट करीब 9 लाख 21 हजार रुपये, लो रैक्टेंगुलर स्टूल करीब 1.80 लाख रुपये, स्मॉल डेस्क करीब 4.70 लाख रुपये और ऑफिस चेयर करीब 7.76 लाख रुपये में नीलाम हुई है। कुल कीमत करीब 23.43 लाख रुपये है। सबसे अधिक यूटी सचिवालय की दो कुर्सियों की 9.21 लाख रुपये की बोली लगी है। जग्गा ने कहा कि पिछले कुछ महीनों से लगातार शहर के हेरिटेज फर्नीचर की अमेरिका, फ्रांस और यूरोप में नीलामी हो रही है। इससे पहले 24 फरवरी को फ्रांस के एंटिबेस में हुई नीलामी में चंडीगढ़ की दो हेरिटेज कुर्सियां करीब सात लाख 18 हजार रुपये में बिकीं और शिकागो, न्यूजर्सी के नीलामी घर ने चंडीगढ़ की 9 हेरिटेज आइटम्स की नीलामी की थी, जो करीब 1.17 करोड़ में बिके थे।