इस्लामाबाद सेे भास्कर संवाददाता रजा हमदानी31 मिनट पहले
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मंगलवार (26 मार्च) को हमले के बाद इस्लामाबाद में चीन के राजदूत से मुलाकात करते पाक PM शाहबाज शरीफ।
चीन पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर यानी CPEC पर बढ़ते हमलों ने पाकिस्तानी सुरक्षा की पोल खोल दी है। चीन ने पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ को दो टूक कहा है कि सुरक्षा मुहैया कराने में पाकिस्तानी सेना और सुरक्षा एजेंसियां फेल रही हैं। चीन CPEC वाले बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में अपनी रेड आर्मी तैनात करेगा।
चीन के राजदूत जियांग जायडोंग ने शहबाज को राष्ट्रपति शी जिनपिंग का ये मैसेज बता दिया। पिछले सात दिन में बलोच लिबरेशन आर्मी के हमलों में ग्वादर पोर्ट पर तीन चीनी अफसर घायल हो गए जबकि खैबर में कबाइली हमले में पांच चीनी इंजीनियर मारे गए।
चीन इस बात से नाराज है कि पाकिस्तान ने पहले भी चीनी नागरिकों को सुरक्षा देने का भरोसा दिया था, लेकिन हमले नहीं रुके। दरअसल, CPEC में चीनी नागरिकों की सुरक्षा के लिए पाकिस्तान ने 15 हजार जवानों की स्पेशल सिक्योरिटी डिवीजन बनाई। लेकिन, दो साल में 30 चीनी नागरिक मारे जा चुके हैं।
मंगलवार को विस्फोटकों से भरे वाहन से टक्कर के बाद चीनी इंजीनियरों की गाड़ी खाई में गिर गई।
अपना जासूसी नेटवर्क, हथियारबंद फौजियों की तैनाती करेगा चीन
सुरक्षा जानकारों के मुताबिक बलूचिस्तान और खैबर में चीन के CPEC प्रोजेक्ट को लेकर स्थानीय लोगों में गुस्सा है। बलूच लिबरेशन आर्मी और खैबर में कबाइली हमलों के खिलाफ चीन हथियारबंद फौजियों की तैनाती के साथ-साथ जासूसी नेटवर्क भी तैयार करेगा।
इसमें स्थानीय लोगों से मुखबिरी कराई जाएगी। चीन सरकार ने अलग से फंड देने का ऐलान किया है। चीन का मानना है कि खैबर में पाकिस्तान की सेना ने रोड ओपनिंग टीम नहीं भेजी थी, इसके कारण कबाइली घात लगाकर हमला करने में कामयाब रहे।
पाकिस्तान को 6 लाख करोड़ का CPEC प्रोजेक्ट हाथ से जाने का डर
जानकारों का कहना है कि तंगहाल पाकिस्तान को छह लाख करोड़ के सीपैक प्रोजेक्ट के हाथ से जाने का खतरा है। इसलिए वह चीन द्वारा सेना को तैनात किए जाने से इनकार करने की स्थिति में नहीं है। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ जल्द चीन की यात्रा पर जाने वाले हैं। पाकिस्तान को सीधी आर्थिक सहायता के लिए चीन पर निर्भरता जरूरी है। साथ ही पाकिस्तान एयरफोर्स के लिए 50 फाइटर जेट की डील भी होनी है।
CPEC के विरोध में बलोच लिबरेशन आर्मी कई बार चीनी नागरिकों पर हमले कर चुकी है। (फाइल)
BLA के टारगेट पर चीन ही क्यों?
जापान के अखबार ‘निक्केई एशिया’ ने पाकिस्तान में मौजूद चीनी नागरिकों और उनके कारोबार पर खतरे को लेकर एक स्पेशल इन्वेस्टिगेशन किया था। इसकी रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान के तमाम आतंकी संगठन चीनी नागरिकों और उनके कारोबार या कंपनियों को ही निशाना बनाने की साजिश रच रहे हैं। इसकी वजह यह है कि बीते 5 साल में यहां उनकी ताकत और रसूख बहुत तेजी से बढ़ा है।
कई जगहों पर तो वो स्थानीय लोगों से भी ज्यादा ताकतवर हैं। आतंकी संगठनों को लगता है कि चीनी नागरिकों की वजह से उनकी कम्युनिटी या इलाकों को नुकसान हो रहा है और वो उनके कारोबार छीन रहे हैं। शुरुआती तौर पर कराची और लाहौर जैसे इलाकों में चीनी नागरिकों के कारोबार और ऑफिसों पर हमले हुए। इसके बाद उनकी कंपनियों को टारगेट किया गया।
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