किसानों को हिरासत में लेते हुए।
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पंजाब के अबोहर-हनुमानगढ़ मार्ग पर राजपुरा बैरियर पर धरने पर बैठे किसानों को सोमवार पुलिस ने जबरन उठा दिया। यह किसान नहरबंदी के विरोध में पिछले चार दिन से धरने पर बैठे हुए थे और इन किसानों ने आत्मदाह तक की धमकी दी थी। सोमवार को पुलिस ने किसान नेताओं पर हल्के बल का प्रयोग करते हुए हिरासत में ले लिया और बहाव वाला थाने में बंद कर दिया।
संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले किसान पिछले चार दिन नहरबंदी के विरोध में धरना लगाकर बैठे थे। इस दौरान नहरी विभाग ने नहरबंदी लागू कर दी व कुछ किसान नेताओं ने इसके विरोध में सोमवार को नहर में छलांग लगाकर आत्मदाह करने की चेतावनी दे दी, जिसको देखते हुए पुलिस अलर्ट हो गई।
सोमवार को जैसे ही किसान वहां से जाने लगे तो किसान नेता गुणवंत सिंह, सुभाष भागसर, विनोद डूडी, जगजीत सिंह, निर्मल सिंह, सोना सिंह इत्यादि पर हल्के बल का प्रयोग करते हुए जबरन हिरासत में ले लिया व वाहनों पर बिठाकर बहाव वाला थाने में लाकर बंद कर दिया। किसान संगठनों ने चेतावनी देते हुए कहा अगर किसानों को रिहा नहीं किया गया तो पंजाब स्तर पर बंद की कॉल दी जाएगी।
किसानों ने बल्लुआना के आप विधायक गोल्डी मुसाफिर के खिलाफ भी जमकर नारेबाजी की। बता दें कि गोल्डी मुसाफिर शनिवार को एक सभा के दौरान नहरबंदी के विषय पर सवाल करने पर किसान से उलझ गए थे और बुरा भला कहा था। इस मौके पर सुखजिंदर सिंह राजन, सुखमंदर सिंह, संदीप सिंह, लखविंदर सिंह, बलकोर सिंह, जगतार सिंह इत्यादि समेत काफी संख्या में किसान मौजूद थे।