इंस्टीट्यूट ऑफ कॉस्ट अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (ICMAI) ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट icmai.in पर CMA इंटर और फाइनल परीक्षा परिणाम घोषित कर दिया है. इस परीक्षा में उत्तीर्ण होने वाली स्वाति कई छात्रों के लिए मिसाल बन चुकी हैं. बिहार के मुजफ्फरपुर की स्वाति ने यह परीक्षा सेल्फ स्टडी से पास की है. परीक्षा क्वालिफाई करने पर स्वाति का आज पूरा परिवार खुशी से झूम रहा है.
सरकारी स्कूल से पढ़ी हैं स्वाति
कोचिंग के इस युग में सेल्फ स्टडी करना अधिकतर उम्मीदवारों को एक चैलेंज लगता है, लेकिन स्वाति ने इसे गलत साबित कर दिया है.
मुजफ्फरपुर की स्वाति ने सेल्फ स्टडी कर घर पर रहकर तैयारी कर इंस्टीट्यूट ऑफ कॉस्ट अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया की परीक्षा क्वालिफाई की है. स्वाति ने कभी भी कोचिंग नहीं ली, हमेशा घरवालों के साथ रहकर ही पढ़ाई की है. स्वाति की शुरुआती पढ़ाई अपनी दादी निर्मला देवी के साथ रहकर गांव के सरकारी स्कूल अरविंद नगर मध्य विद्यालय दरियापुर से हुई है. स्वाति की दादी इस स्कूल में टीचर थीं, जब उनका रिटायरमेंट हुआ तो उन्होंने स्वाति को अपने साथ रखकर ही पढ़ाया.
बेटी की शादी नहीं उसको पढ़ाना चाहते थे स्वाति के पापा
एक कमरे में दादी और पोती दोनों साथ रहा करते थे. स्वाति इसी कमरे में पढ़ाई किया करती थीं. स्वाति के माता पिता मैट्रिक और इंटर पास हैं. उनका हमेशा से सपना था कि उनकी बेटी उच्च शिक्षा प्राप्त करें. स्वाति के पिता शशि भूषण शर्मा ने बताया कि दूसरे लोग जब भी फोन करते थे तो बेटी की शादी के बारे में ही सवाल रहता था. लेकिन हमारा सपना है कि बेटी अपने पैरो पर खड़ी हो जाए फिर शादी करूंगा. जितना पढ़ना चाहती है उतना पढ़ाऊंगा. कई लोग तो कहते की पैसा नहीं है, इसलिए घर से तैयारी करती है, पैसा रहता तो बाहर नहीं जाती. आज बेटी की सफलता ने उन लोगों के सवाल का जवाब दे दिया है. आज बेटी की इस उपलब्धि से काफी खुश हूं, मैंने बेटा बेटी में कोई फर्क नहीं समझा है.
रिजल्ट देखते ही पापा को पकड़कर रोने लगी स्वाति
सुबह में जैसे ही रिजल्ट निकला तो सबसे पहले रिजल्ट देखते स्वाति अपने पापा शशि भूषण शर्मा का गला पकड़ रोने लगी. जिसे देख बूढ़ी दादी निर्मला देवी की बेचैनी बढ़ गई कि रिजल्ट गड़बड़ा तो नहीं गया फिर स्वाति ने बताया की दादी मैं पास कर गई हूं. जिसके बाद दादी ने भगवान की आरती कर पूजा करने लगीं और पोती को आशीर्वाद दिया. स्वाति मूल रूप से छपरा जिले के सीतलपुर शर्मा टोला की रहने वाली हैं.
बेटी ने किया मां का नाम रोशन
स्वाति की दादी निर्मला देवी ने बताया कि शुरू से मेरे साथ ही रहती है आज खूशी का ठिकाना नहीं है. घर से रहकर तैयारी कर स्वाति ने उन लोगों के लिए मिसाल है जो ये सोचते हैं कि घर से तैयारी नहीं हो सकती है. स्वाति ने अपनी उपलब्धि पर कहा कि पूरे परिवार के साथ रहकर ही सफलता मिल सकती है. बेटी की सफलता पर मां ने बताया कि मैं मैट्रिक पास हूं, आज ने बेटी CMA करके मेरा सपना पूरा कर दिया है और आज बेटा बेटी में फर्क नहीं करना चाहिए. बेटी ने ही मेरा नाम रौशन कर दिया है.