7 घंटे पहले
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तस्वीर ऑयल टैंकर पोलक्स की है। यह 24 फरवरी को भारत के पारादीप पहुंचने वाला था। (फाइल)
हूती विद्रोहियों ने एक बार फिर से लाल सागर में भारत आ रहे एक तेल टैंकर पर मिसाइल से हमला किया। रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, मिसाइल यमन से लॉन्च की गई थी, जो मर्चेंट वेसल पोलक्स के एक हिस्से पर गिरी। हूती विद्रोहियों ने जहाज पर हमले की बात मानी है। उन्होंने कहा- हमारे हमलों से विरोधियों पर दबाव बढ़ रहा है। हमारा ऑपरेशन सफल हो रहा है।
रिपोर्ट के मुताबिक, पनामा के झंडे वाला यह जहाज रूस से भारत आ रहा था। ब्रिटिश मैरीटाइम सिक्योरिटी फर्म और यूनाइटेड किंगडम ट्रेड ऑपरेशन्स ने हमले की पुष्टि की है। उन्होंने कहा- मिसाइल अटैक यमन के मोखा पोर्ट से करीब 133 किमी की दूरी पर हुआ। जहाज को कुछ नुकसान पहुंचा है लेकिन, उसमें मौजूद क्रू मेंबर्स पूरी तरह से सुरक्षित हैं।
तस्वीर 6 फरवरी को भारत आ रहे अमेरिकी जहाज स्टार नासिया पर हमले की है।
हमले होते ही 5.5 किमी दूरी पर मौजूद जहाज ने रास्ता बदला
हमले के वक्त उस क्षेत्र में करीब 5.5 किमी की दूरी पर एक और जहाज मौजूद था। मिसाइल गिरते ही उसने अपना रास्ता बदल दिया और वो टारगेट वाले टैंकर से दूर चला गया। अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने हमले की निंदा की है। लंदन स्टॉक एक्सचेंज ग्रुप (LSEG) के मुताबिक, पोलक्स साउथ अफ्रीका की ओशनफ्रंट मैरीटाइम कंपनी का जहाज है और इसका प्रबंधन सी ट्रेड मरीन कंपनी करती है।
पोलक्स जहाज ने 24 जनवरी को रूस के काला सागर पोर्ट से अपनी यात्रा शुरू की थी। ये भारत के पारादीप पोर्ट पहुंचने वाला था, जहां इसे 28 फरवरी को कच्चे तेल की डिलिवरी करनी थी। ओडिशा के पारादीप में इंडियन ऑयल कंपनी के स्वामित्व वाली एक तेल रिफाइनरी है। इसकी रिफाइनिंग क्षमता 3 लाख बैरल प्रति दिन (BPD) है।
करीब 10 दिन पहले 6 फरवरी को भी हूतियों ने अमेरिका से भारत आ रहे एक जहाज को निशाना बनाया था। प्राइवेट सिक्योरिटी फर्म आंब्रे ने कहा था कि हमले में सिर्फ जहाज को नुकसान पहुंचा है। कोई भी इसमें घायल नहीं हुआ।
अमेरिका और ब्रिटेन ने 2 बार हूतियों के ठिकानों पर हमले किए
अमेरिका और ब्रिटेन की सेना ने साथ मिलकर 3 फरवरी को देर रात यमन पर हमला किया था। BBC के मुताबिक, सैनिकों ने हूती विद्रोहियों के कब्जे वाले इलाके पर हमला किया था। अमेरिकी एयरफोर्स के हवाले से बताया गया कि हमले 36 ठिकानों पर किए गए थे। इनमें हथियार रखने की जगह, मिसाइल, एयर डिफेंस सिस्टम और रडार से जुड़ी साइट्स शामिल थे।
दरअसल, हूती विद्रोही लगातार लाल सागर में जहाजों को निशाना बना रहे हैं। इसके खिलाफ अमेरिका और ब्रिटेन कार्रवाई कर रहे हैं। दोनों देशों का यह तीसरा जॉइंट ऑपरेशन था। इसके पहले अमेरिका और ब्रिटेन ने 28 जनवरी और 11 जनवरी को यमन पर हमला किया था। वहीं, 11 जनवरी से अब तक अमेरिका 10 बार यमन में हूती विद्रोहियों के ठिकानों को निशाना बना चुका है।
यह वीडियो 19 दिसंबर को हूती संगठन ने जारी किया था, इसमें उसके लड़ाके जहाज को हाइजैक करते नजर आ रहे हैं।
23 दिसंबर 2023 को भी भारत आ रहे जहाज पर हमला हुआ था
23 दिसंबर 2023 को लाल सागर में MV Saibaba जहाज पर भी हमला हुआ था। यह जहाज भारत आ रहा था और इसमें सवार ऑपरेटिव टीम के सभी 25 लोग भारतीय थे। इस पर अफ्रीकी देश गैबॉन का झंडा लगा था। हमले के बाद इस ट्रेड रूट की सुरक्षा के लिए भारत ने अपने 5 वॉरशिप उतार दिए।
इसके पहले 19 दिसंबर को हूती विद्रोहियों ने लाल सागर में एक कार्गो शिप गैलेक्सी लीडर को हाईजैक कर लिया था। यह जहाज तुर्किये से भारत आ रहा था। हूती विद्रोहियों ने इसे इजराइली जहाज समझ कर हाईजैक किया था।
भारत का 80% व्यापार समुद्री रास्ते से होता है। वहीं 90% ईंधन भी समुद्री मार्ग से ही आता है। अगर समुद्री रास्ते में कोई हमला करेगा तो भारत के कारोबार पर काफी असर पड़ेगा। इससे सप्लाई चेन बिगड़ जाएगी।