अनिल मसीह।
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चंडीगढ़ मेयर चुनाव से चर्चा में आए मनोनीत पार्षद अनिल मसीह को भाजपा ने झटका दिया है। रविवार को भाजपा के अल्पसंख्यक मोर्चे के पदाधिकारियों की सूची से अनिल मसीह को बाहर कर दिया है। पहले वह भाजपा के अल्पसंख्यक मोर्चे में महासचिव थे लेकिन नए प्रदेश अध्यक्ष के बनने के बाद पुराना मोर्चा भंग हो गया था।
रविवार को नए सिरे से अल्पसंख्यक मोर्चे के सभी पदाधिकारियों की घोषणा की गई। इसमें अनिल मसीह को जगह नहीं मिली है। इस पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष जतिंदर पाल मल्होत्रा ने कहा कि पार्टी में एक व्यक्ति को एक ही पद दिया जाता है। यह पार्टी का नियम है। अनिल मसीह वर्ष 2022 में ही मनोनीत पार्षद बन गए थे इसलिए उनकी जगह अन्य कार्यकर्ता को जगह दी गई है। चंडीगढ़ मेयर चुनाव में अनिल मसीह पीठासीन अधिकारी थे। इनके कई वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुए। मसीह पर मतपत्रों से छेड़छाड़ का आरोप है।
दरअसल, भाजपा ने रविवार को अल्पसंख्यक मोर्चा के पदाधिकारियों के नामों की घोषणा की और सेक्टर-33 स्थित भाजपा कार्यालय में अल्पसंख्यक मोर्चा के पदाधिकारियों की एक बैठक भी हुई। घोषणा के अनुसार अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष जावेद अंसारी हैं। उनके अलावा अनवर अहमद, एमडी यूनुस, शमशाद अहमद, नाज राणा, गुरदेव सिंह, इसियाक नायर को उपाध्यक्ष, इस्तेखार अहमद को महासचिव, सदाकत अली, सलमान सलमानी, ग्लैडविम हार्डी, नौशाद खान, यूसुफ, सलीम को सचिव, शादाब राजपूत को कार्यालय सचिव, लईक को सोशल मीडिया संयोजक, चांद मियां, चांद मियां को प्रवक्ता, रईस अहमद, गुफराम को कोषाध्यक्ष और अमजद चौधरी, हाजी खुर्शीद अली, बशीर खान, नौशाद, अयूब खान को प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य बनाया है।
प्रदेश अध्यक्ष जतिंदर पाल मल्होत्रा ने सभी नवनियुक्त पदाधिकारियों को शुभकामनाएं दीं हैं। कहा है कि सभी पदाधिकारी पार्टी में अपनी जिम्मेदारी पूरी निष्ठा से निभाएंगे, जिससे पार्टी को मजबूती मिलेगी।