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- Uttarakhand Congress Leader ED Raid Update; Harak Singh Rawat | Money Laundering
देहरादून13 मिनट पहले
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देहरादून कांग्रेस नेता हरक सिंह रावत के घर ED की सर्चिंग चल रही है।
उत्तराखंड के पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता हरक सिंह रावत के मनी लॉन्ड्रिंग के मामले को लेकर ED ने बुधवार सुबह एक्शन लिया है। ED ने उनके उत्तराखंड, दिल्ली और चंडीगढ़ के कुल 12 ठिकानों पर एक साथ छापे मारे हैं।
रावत 2019-20 में भाजपा सरकार में वन मंत्री थे। इस दौरान कॉर्बेट टाइगर सफारी प्रोजेक्ट के लिए कॉर्बेट पार्क के पाखरो रेंज में 6000 पेड़ों की अवैध कटाई हुई थी, जबकि इजाजत सिर्फ 169 पेड़ों को काटने की थी।
इसके अलावा पाखरो रेंज में अवैध निर्माण भी हुआ था। इस मामले को लेकर रावत और उनके विभाग के अधिकारियों पर मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप लगे। ED आज इसी मामले को लेकर छापेमारी कर रही है। रावत 2022 के उत्तराखंड विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए थे।
विजिलेंस ने भी की थी छापेमारी
यह तस्वीर हरक सिंह रावत के ठिकानों पर विजिलेंस की छापेमारी के दौरान की है।
30 अगस्त 2023 को कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में अवैध निर्माण को लेकर देहरादून में हरक सिंह रावत के कई ठिकानों पर विजिलेंस ने छापेमारी की थी। इसमें उनके बेटे के भी कई संस्थान शामिल थे। इसे लेकर भाजपा के विधायक दिलीप रावत ने इन मामलों की CBI जांच की मांग की थी।
इसके अलावा रावत के ठिकानों पर पहले भी छापेमारी की जा चुकी है। विजलेंस टीम ने उनके देहरादून के शंकरपुर स्थित एक कॉलेज और छिद्दरवाला में एक पेट्रोल पंप पर छापा मारा था। विजलेंस टीम ने पाया था कि इन दोनों जगह पर दो जनरेटर लगाए गए थे, जिसे सरकारी पैसों से खरीदा गया था।
हरक सिंह रावत का राजनीतिक सफर
- हरक सिंह रावत 1991 में पहली बार मंत्री थे। उत्तराखंड के बनने से पहले वे उत्तर प्रदेश सरकार में सबसे कम उम्र के मंत्री बने।
- उत्तराखंड में 2002 में भाजपा की एनडी तिवारी सरकार में उन्हें मंत्री पद का दर्जा मिला था।
- 2007 में हरक सिंह रावत नेता प्रतिपक्ष बने।
- 2012 में हरीश रावत सरकार के दौरान हरक सिंह रावत को कृषि, चिकित्सा शिक्षा ,सैनिक कल्याण विभाग का मंत्री बनाया गया
- 2017 में भाजपा सरकार में हरक सिंह रावत को कैबिनेट मंत्री बनाया गया।
- 2022 में उन्होंने भाजपा छोड़कर कांग्रेस जॉइन की
कल केजरीवाल के पर्सनल सेक्रेटरी के घर ED ने मारा था छापा
ED की रेड के बीच AAP सांसद एनडी गुप्ता और बिभव कुमार के घर पर सुरक्षाबल तैनात हैं।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के पर्सनल सेक्रेटरी बिभव कुमार और AAP के कोषाध्यक्ष और सांसद एनडी गुप्ता के घर पर मंगलवार (6 फरवरी) को ED की रेड हुई थी। दिल्ली में AAP नेताओं और उनसे जुड़े लोगों के करीब 10 ठिकानों पर जांच एजेंसी ने तलाशी ली। ED की यह कार्रवाई दिल्ली जल बोर्ड से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में हुई थी। पूरी खबर पढ़ें…
ED का केजरीवाल को पांचवां समन, लेकिन पेश नहीं हुए
अरविंद केजरीवाल शराब नीति मामले में शुक्रवार (2 फरवरी) को प्रवर्तन निदेशालय (ED) के सामने पांचवें समन पर भी पेश नहीं हुए थे। शराब घोटाला मामले में ED केजरीवाल को 17 जनवरी, 3 जनवरी, 21 दिसंबर और 2 नवंबर को 4 समन भेज चुकी है। केजरीवाल अब तक एक बार भी पेश नहीं हुए। इसी केस में दिल्ली के पूर्व डिप्टी CM मनीष सिसोदिया और AAP सांसद संजय सिंह जेल में हैं।
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क्या गिरफ्तार होंगे अरविंद केजरीवाल: दिल्ली CM जेल गए तो किसे मिलेगी AAP की कमान
अरविंद केजरीवाल आम आदमी पार्टी का सबसे बड़ा चेहरा हैं। वो दिल्ली के मुख्यमंत्री होने के साथ पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक भी हैं। उनके नाम पर ही दिल्ली समेत दूसरे राज्यों में चुनाव लड़े जाते रहे हैं।
उनके जेल जाने की स्थिति में पार्टी में लीडरशिप का संकट खड़ा हो सकता है। अरविंद केजरीवाल के बाद दूसरे नंबर पर मनीष सिसोदिया थे और तीसरे पर संजय सिंह, लेकिन अब ये दोनों नेता जेल में हैं। इससे यह संकट और बढ़ गया है। पूरी खबर पढ़ें…