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गुवाहाटी31 मिनट पहले
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हिमंता बिस्व सरमा ने गुवाहाटी में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में ये बातें कहीं।
असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्व सरमा ने कहा है कि कांग्रेस ने राम मंदिर के उद्घाटन का न्योता ठुकराकर अपने पाप धोने का सुनहरा मौका गंवा दिया है। उन्होंने कहा कि आज तक कांग्रेस ने हिंदू धर्म और हिंदुस्तानी सभ्यता के खिलाफ जितने पाप किए हैं, उनमें से कुछ पाप मिटाने के लिए विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने उन्हें मौका दिया था, लेकिन कांग्रेस इसका लाभ नहीं उठा सकी।
सरमा ने कहा कि कांग्रेस ने आज जो किया है, उस परंपरा को पंडित नेहरू ने शुरू किया था। 72 साल पहले पंडित नेहरू ने सोमनाथ मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का बहिष्कार किया था, आज उनके वंशज राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का बहिष्कार कर रहे हैं। मुझे तो लगता है कि कांग्रेस को इस कार्यक्रम का न्योता दिया ही नहीं जाना चाहिए था। लेकिन उन्हें न्योता मिला और उन्होंने फिर गलत फैसला लिया। इसके लिए मुझे उन पर तरस आता है।
इसके अलावा हिमंता ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया कि राहुल ने 2005 में अफगानिस्तान में बाबर की दरगाह का दौरा किया था। उन्हें मिलाकर गांधी परिवार की तीन पीढ़ियां बाबर की दरगाह जा चुकी हैं। तो उन्हें रामलला से इतनी नफरत क्यों है? आप हिंदुओं से इतनी नफरत क्यों करते हैं?
हिमंता बिस्व सरमा ने सोशल मीडिया पर ये पोस्ट कर सवाल उठाया कि गांधी परिवार अगर बाबर की दरगाह जा सकता है, तो रामलला के दर्शन क्यों नहीं कर सकता।
भाजपा ने एक पोस्टर जारी कर प्राण-प्रतिष्ठा का न्योता ठुकराने वालों पर निशाना साधा
अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का न्योता ठुकराने वाले विपक्षी दलों पर भाजपा ने निशाना साधा है। भाजपा ने सोशल मीडिया पर एक पोस्टर जारी किया है, जिसमें प्रमुख विपक्षी नेताओं की तस्वीर है और लिखा है- पहचानिए राम मंदिर के न्योते को ठुकराने वाले चेहरे… सनातन विरोधी इंडी गठबंधन।
इस पोस्टर में कांग्रेस की सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे और अधीर रंजन चौधरी, TMC की ममता बनर्जी, CPI (M) के सीताराम येचुरी और समाजवादी पार्टी के अखिलेश यादव की तस्वीर है। दरअसल, कांग्रेस ने बुधवार (10 जनवरी) को ही कार्यक्रम का न्योता ठुकराया था। अब तक कांग्रेस के अलावा I.N.D.I. A की 4 और पार्टियां सपा, TMC, CPI(M) और शिवसेना (उद्धव गुट) प्राण प्रतिष्ठा में जाने से मना कर चुकी हैं।
भाजपा ने सोशल मीडिया पर ये पोस्टर जारी कर I.N.D.I अलायंस को सनातन विरोधी बताया है।
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सोनिया-खड़गे राम मंदिर उद्घाटन में नहीं जाएंगे:इसे भाजपा-RSS का पॉलिटिकल इवेंट बताया; अनुराग ने कहा- चुनाव में जनता कांग्रेस का बॉयकॉट करेगी
अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में जाने से कांग्रेस ने इनकार कर दिया है। सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, अधीर रंजन समेत सभी कांग्रेस नेता इस कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे। कांग्रेस ने कहा है कि ये कार्यक्रम भाजपा ने राजनीतिक लाभ के लिए आयोजित किया है।
कांग्रेस ने 10 जनवरी को सोशल मीडिया पर एक लेटर शेयर किया, जिसमें उसने राम मंदिर के उद्घाटन में न जाने के फैसले का कारण बताया। इसमें कांग्रेस ने लिखा है कि धर्म निजी मामला है, लेकिन BJP/RSS ने मंदिर के उद्घाटन कार्यक्रम को अपना इवेंट बना लिया है। पूरी खबर यहां पढ़ें…
CM शिंदे बोले- बालासाहेब होते तो मोदी की पीठ थपथपाते:राम मंदिर-आर्टिकल 370 हटाना उन्हीं का सपना था, PM की वजह से साकार हुआ
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सोमवार (8 जनवरी) को कहा कि अगर बालासाहेब ठाकरे आज जिंदा होते तो वे राम मंदिर को लेकर मोदी की पीठ थपथपाते। अयोध्या में राम मंदिर बनना और जम्मू- कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाना बालासाहेब का ही सपना था। पीएम मोदी की वजह से बालासाहेब के दोनों सपने साकार हो पाए हैं। पूरी खबर यहां पढ़ें…
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