ओटावा15 मिनट पहले
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कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा, खालिस्तानी आतंकवादी पन्नू मामले के बाद भारत के सुर बदल गए हैं। कनाडा के साथ संबंधों में भारत में अब खुलापन आ गया है, जो पहले नहीं था।
बुधवार को कैनेडियन ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन से बातचीत में ट्रुडो ने कहा- अब लगता है अमेरिका ने भारत सरकार को अधिक शांत रुख अपनाने के लिए राजी कर लिया है।
ट्रुडो ने आगे बताया, भारत को समझ आना चाहिए कि कनाडा के खिलाफ लगातार हमले करने से निज्जर मामले की समस्या दूर नहीं होने वाली है। हम अभी इस मुद्दे पर भारत के साथ लड़ाई की स्थिति में नहीं रहना चाहते।
अब पढ़िए कनाडा और अमेरिका ने भारत पर क्या-क्या आरोप लगाया…
अमेरिका ने भारत पर पन्नू पर जानलेवा हमले की साजिश रचने का आरोप लगाया
भारत सरकार ने 1 जुलाई 2020 को पन्नू को UAPA के तहत आतंकी घोषित किया था।
दरअसल, अमेरिकी सरकार ने आरोप लगाया था कि न्यूयॉर्क में पन्नू पर जानलेवा हमले की साजिश रची गई थी। इसमें भारत का हाथ था। इस साजिश को नाकाम कर दिया गया। हालांकि यह नहीं बताया गया कि हमला किस दिन होने वाला था।
जून 2023 में PM नरेंद्र मोदी के अमेरिका दौरे के बाद ही अमेरिकी अधिकारियों ने भारत के सामने यह मुद्दा उठाया था। इस बात का खुलासा 22 नवंबर 2023 को पब्लिश हुई फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट में हुआ था।
वहीं, भारत सरकार ने इस पूरे मामले की जांच के लिए हाई लेवल कमेटी बनाई है। जांच के नतीजों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। पन्नू के पास कनाडा और अमेरिका की नागरिकता है।
कनाडा ने भारत पर हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का आरोप लगाया
18 जून 2023 की शाम कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया स्थित गुरुद्वारा की पार्किंग में खालिस्तान टाइगर फोर्स के चीफ आतंकी हरदीप सिंह निज्जर पर दो युवकों ने फायरिंग कर दी थी। निज्जर की मौके पर ही मौत हो गई। निज्जर को भारत ने भगोड़ा घोषित कर रखा था और इस पर 10 लाख रुपए का इनाम भी था।
3 महीने बाद यानी 18 सितंबर 2023 को कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने हाउस ऑफ कॉमन्स यानी वहां की संसद में एक बयान दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि जून में ब्रिटिश कोलंबिया में निज्जर की हत्या में भारत सरकार के एजेंट्स का हाथ हो सकता है। ट्रूडो का इशारा भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ की तरफ था।
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भारत-अमेरिका रिश्तों के लिए खतरा बन सकता है पन्नू केस:5 भारतवंशी सांसद बोले- अमेरिकी जमीन पर साजिश न दोहराए भारत
अमेरिका में भारतवंशी सांसदों का कहना है कि अगर खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश मामले में जांच नहीं हुई तो भारत और अमेरिका के रिश्ते खतरे में पड़ सकते हैं।भारत यह सुनिश्चित करे कि ऐसा फिर कभी नहीं होगा। भारत ऐसी साजिश अमेरिकी जमीन पर दोबारा न करे और जांच में पूरा सहयोग करे। पढ़ें पूरी खबर…