यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने मंगलवार को कहा कि सेना ने साढ़े चार से पांच लाख और यूक्रेनियों को सशस्त्र बलों में शामिल करने का प्रस्ताव दिया है. यह एक “अत्यधिक संवेदनशील” मुद्दा है, जिसे संसद में भेजने से पहले सेना और सरकार के बीच चर्चा होगी.
दरअसल, यूक्रेन और रूस के बीच फरवरी 2022 से युद्ध जारी है. इसमें दोनों देशों के हजारों सैनिकों और आम नागरिकों की मौत हो चुकी है. वहीं हजारों घायल हुए हैं. इस बीच यूक्रेन ने रूस के खिलाफ युद्ध में लड़ने के लिए सेना की संख्या 15 लाख करने की योजना बनाई है.
जेलेंस्की ने कहा, “मैंने सेना से कहा कि इसका समर्थन करने के लिए मुझे और तर्कों की आवश्यकता होगी. क्योंकि सबसे पहले, यह लोगों का सवाल है, दूसरा यह निष्पक्षता का सवाल है, यह रक्षा क्षमता का सवाल है, और यह वित्त का सवाल है.”
यूक्रेन का कितना नुकसान हो चुका?
बीते एक साल में जो तबाही मची है, उसके रिकंस्ट्रक्शन और रिकवरी में लगभग 411 बिलियन डॉलर का खर्च आएगा. इसमें सड़कों, इमारतों और बिजली-पानी की रिपेयरिंग का खर्च शामिल है. ये डेटा वर्ल्ड बैंक ने 9 महीने पहले जारी किया था. अब इसमें कुछ बढ़त ही हुई होगी. अगर रिकवरी के लिए पूरे पैसे आ भी जाएं तो भी इसे ठीक करने में लंबा समय लगेगा. इतने में दुनिया कुछ साल और आगे हो जाएगी, जबकि तबाह हुई देश थोड़ा और पीछे रह जाएगा.