सांकेतिक तस्वीर।
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने साल 2008-09 के दौरान 312 मेडिकल अफसरों (एमओ) की भर्ती के दौरान गड़बड़ी के आरोप में पंजाब लोक सेवा आयोग (पीपीएससी) के पूर्व चेयरमैन और पांच पूर्व सदस्यों के विरुद्ध केस दर्ज किया है। इस मुकदमे में पटियाला जिले के शुतराना हलके से पूर्व विधायक डॉ. सतवंत सिंह मोही को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि बाकी आरोपियों की तलाश है।
मंगलवार को पंजाब विजिलेंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि यह मुकदमा विशेष जांच टीम (एसआईटी) की जांच रिपोर्ट के आधार पर दर्ज किया गया है। इस केस में नामजद आरोपियों में एसके सिन्हा चेयरमैन (दिवंगत), ब्रिगेडियर (सेवामुक्त) डीएस ग्रेवाल (दिवंगत), डॉ. सतवंत सिंह मोही, डीएस माहल, पूर्व मंत्री लाल सिंह की बहू रविंद्र कौर और भाजपा प्रवक्ता अनिल सरीन शामिल हैं।
ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने 22 नवंबर 2013 में पीपीएससी द्वारा दो बार 100 और 212 पदों पर कुल 312 एमओज की भर्ती के दौरान हुई गड़बड़ी को लेकर दायर याचिकाओं का निपटारा करते हुए पूरे मामले की जांच के लिए एक एसआईटी गठित करने का आदेश दिया था।
उन्होंने आगे बताया कि दो सदस्यीय एसआईटी में शामिल एमएस बाली संयुक्त कमिश्नर सीबीआई (सेवामुक्त) और तत्कालीन डीजी विजिलेंस ब्यूरो सुरेश अरोड़ा ने हाईकोर्ट में अपनी रिपोर्ट पेश की है, जो यह साबित करती है कि साल 2008-09 में 312 डॉक्टरों का पूरा चयन अनियमितताओं से भरा था। उन्होंने बताया कि पीपीएससी के तत्कालीन चेयरमैन और पांच सदस्यों के विरुद्ध भ्रष्टाचार रोकथाम कानून और भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत केस विजिलेंस ब्यूरो के थाना पटियाला रेंज में दर्ज की गई है।