नई दिल्लीकुछ ही क्षण पहले
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13 दिसंबर को संसद पर हमले की 22वीं बरसी पर लोकसभा में घुसपैठ हुई थी।
लोकसभा में घुसपैठ मामले में शनिवार 16 दिसंबर को छठे आरोपी ललित झा को भी गिरफ्तार कर लिया गया। इसे कुछ देर में कोर्ट में पेश किया जाएगा। 13 दिसंबर को चार आरोपी पकड़े गए थे। ललित ने 14 दिसंबर की रात सरेंडर कर दिया था।
इस बीच, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को कहा कि यह घटना बेरोजगारी और महंगाई की वजह से हुई है। उधर, दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक, लोकसभा की दर्शक दीर्घा से कूदने वाले सागर शर्मा और मनोरंजन एक या दो नहीं, बल्कि 7 स्मोक केन (धुआं फैलाने वाला उपकरण) लेकर गए थे।
पुलिस की तरफ से ये भी बताया गया है कि आरोपियों ने संसद के आसपास के इलाके की गूगल के जरिए रेकी की थी। वे लोग कई चीजों से वाकिफ थे। यही नहीं, संसद का सिक्योरिटी अरेंजमेंट पता करने के लिए उन्होंने पुराने वीडियोज भी देखे थे।
राहुल बोले- बेरोजगारी का मुद्दा देश में उबल रहा है
राहुल गांधी ने शनिवार को दिल्ली में मीडिया से बात की।
राहुल गांधी से संसद में सुरक्षा चूक पर सवाल पूछा गया। उन्होंने कहा- सिक्योरिटी ब्रीच (सुरक्षा में चूक) है, वो तो है, लेकिन ये क्यों हुई? देश में इस समय जो सबसे बड़ा मुद्दा है, वो बेरोजगारी है। मोदी जी की पॉलिसीज के कारण देश के युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा। सिक्योरिटी ब्रीच जरूर हुई है, लेकिन इसका सबसे बड़ा कारण बेरोजगारी और महंगाई है।
आरोपियों ने अपनी तरफ से पूरी तैयारी की थी
पुलिस के मुताबिक, आरोपियों ने ये तरीका भी सर्च किया था कि आपस में ऐसे कौन से तरीके से चैट की जा सकती है, जिसे पुलिस ना पकड़ पाए। सभी आरोपी आपस में बात करने के लिए सिग्नल ऐप का इस्तेमाल करते थे, ताकि वे किसी की गिरफ्त में ना आएं।
दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने ये भी बताया कि आरोपियों का सबसे बड़ा मकसद मीडिया में चर्चित होना था, इसलिए सत्र के दौरान संसद में प्रवेश की योजना तैयार की गई।
संसद के बाहर आत्मदाह का बनाया था प्लान
जांच से जुड़े दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने न्यूज एजेंसी PTI को बताया, आरोपियों ने संसद में कूदने से पहले कुछ दूसरे प्लान भी बनाए थे। एक आरोपी ने संसद के बाहर आत्मदाह करने के बारे में सोचा था। बाद में मन बदल दिया। यही नहीं, आरोपियों ने संसद के अंदर पर्चे बांटने पर भी विचार किया था।
संसद के अंदर सीन रिक्रिएट कर सकती है पुलिस
अधिकारी ने बताया कि स्पेशल सेल की काउंटर इंटेलिजेंस टीम ने इस मामले में कर्नाटक से भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा का बयान दर्ज करने की भी योजना बनाई है। शुक्रवार 15 दिसंबर की देर रात इन्वेस्टिगेशन टीम आरोपियों को उन स्थानों पर ले गई, जहां वे मिले थे और उल्लंघन की साजिश रची थी। उधर, सीन रिक्रिएट करने के लिए पुलिस संसद की अनुमति भी मांग सकती है।
13 दिसंबर को लोकसभा में घुसपैठ हुई थी
संसद पर आतंकी हमले की 22वीं बरसी पर 13 दिसंबर को लोकसभा में विजिटर्स गैलरी से 2 युवक अचानक नीचे कूद गए। उस समय लोकसभा में बीजेपी सांसद खगेन मुर्मू अपनी बात रख रहे थे। युवक सदन की बेंच पर कूदते हुए आगे बढ़ने लगे। इसी बीच उन्होंने जूते से निकालकर कुछ स्प्रे किया, जिससे सदन में पीला धुआं फैलने लगा। इससे पूरे सदन में भगदड़ मच गई। खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने संसद पर हमले की धमकी दी थी। इसके बाद से ही दिल्ली पुलिस अलर्ट पर थी। फिर भी 5 लेयर सुरक्षा तोड़कर लोकसभा में प्रदर्शनकारी घुसे और हंगामा किया।
लोकसभा में प्रदर्शन कर रहे युवकों को कुछ सांसदों ने घेरकर पकड़ लिया। बाद में सुरक्षाकर्मियों ने दोनों सागर शर्मा (लखनऊ) और डी मनोरंजन (मैसुरु) को गिरफ्तार कर लिया। कांग्रेस सांसद गुरजीत सिंह औजला ने बताया, “मैंने हंगामा करने वाले को सबसे पहले पकड़ा।” पूरी खबर पढ़ें…
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लोकसभा घुसपैठ के मास्टरमाइंड ललित ने सरेंडर किया:दिल्ली पुलिस के पास पहुंचा; आरोपियों को 7 दिन की पुलिस कस्टडी में भेजा
संसद में घुसपैठ के मास्टरमाइंड ललित मोहन झा ने 14 दिसंबर की रात दिल्ली पुलिस थाने में सरेंडर किया। पुलिस ने ललित को गिरफ्तार कर लिया। सूत्रों ने बताया कि ललित एक व्यक्ति के साथ दिल्ली के कर्तव्य पथ पुलिस स्टेशन पहुंचा। उसे मामले की जांच कर रही पुलिस की स्पेशल सेल को सौंप दिया गया। वहीं, 13 दिसंबर को संसद में घुसपैठ करने वाले दो आरोपियों और उनके दो सहयोगियों को गुरुवार को पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने चारों को 7 दिन की पुलिस कस्टडी में भेज दिया है। पूरी खबर पढ़ें…
संसद सिक्योरिटी ब्रेक के 6 किरदार:ऑनलाइन मिले, 5 गिरफ्तार, 1 फरार; एक आरोपी के घर में ठहरे थे
संसद पर आतंकी हमले के 22 साल बाद एक बार फिर सुरक्षा में सेंध लगी। लोकसभा में दो युवक विजिटर गैलरी से कूदे और पीले रंग का धुआं उड़ाने लगे। सुरक्षा में सेंध लगाने वाले दोनों लोगों को पहले सांसदों ने पीटा, फिर पुलिस के सुपुर्द कर दिया। अभी तक की जांच में इस सिक्योरिटी ब्रेक के 6 किरदार सामने आए हैं। दो ने सदन के अंदर हंगामा किया, दो ने सदन के बाहर प्रदर्शन किया। सभी 6 लोग गिरफ्त में हैं। पूरी खबर पढ़ें…