दिवाली से पहले दिल्लीवालों को प्रदूषण से बड़ी राहत मिलने के आसार नजर आ रहे हैं. देर रात दिल्ली के कई इलाकों में झमाझम बारिश हुई. मौसम विभाग ने दिल्ली के बवाना, कंझावला, मुंडाका, जाफरपुर, नजफगढ़, एनसीआर (बहादुरगढ़, गुरुग्राम, मानेसर) के कुछ इलाकों समेत रोहतक, खरखौदा, मट्टनहेल, झज्जर, फरुखनगर, कोसली के आसपास के इलाकों में बारिश का अलर्ट जारी किया था. इससे प्रदूषण से राहत मिलने की संभावना है.
IMD ने दक्षिण-पश्चिम दिल्ली और एनसीआर (गुरुग्राम), रोहतक (हरियाणा) के अलग-अलग स्थानों और आसपास के इलाकों में हल्की से मध्यम तीव्रता के साथ बारिश होगी. दिल्ली और एनसीआर के कई स्थानों जैसे- बहादुरगढ़, मानेसर और हरियाणा के गोहाना, गन्नौर, महम, सोनीपत, खरखौदा, चरखी दादरी, मट्टनहेल, झज्जर, फरुखनगर, कोसली, सोहना, रेवाड़ी, बावल में भी बारिश के आसार जताए गए हैं. वहीं राजस्थान के भिवाड़ी में भी बारिश की संभावना है.
मौसम विभाग ने कहा कि शुक्रवार को दिल्ली में आमतौर पर बादल छाए रहेंगे और हल्की बारिश होने की संभावना है. राजधानी दिल्ली में गुरुवार को 24 घंटे का औसत AQI 437 रहा, जो “गंभीर” श्रेणी में आता है.
सोमनाथ भारती ने कहा- भगवान भी केजरीवाल के साथ
वहीं आम आदमी पार्टी के नेता सोमनाथ भारती ने कहा कि दिल्ली में बारिश हो रही है, यह कृत्रिम बारिश नहीं है, लेकिन भगवान ने बारिश भेज दी है. भगवान हमेशा अरविंदजी और आम आदमी पार्टी के साथ हैं.
दिल्ली सरकार ने लिया आर्टिफिशियल बारिश का फैसला
बता दें कि दिल्ली-एनसीआर इन दिनों प्रदूषण की मार झेल रहा है. ऐसे में दिल्ली सरकार ने आर्टिफिशियल बारिश कराने की तैयारी भी कर ली है. दिल्ली में 20 और 21 नवंबर के आसपास कृत्रिम बारिश कराई जाएगी. लेकिन इससे पहले सरकार ने पायलट स्टडी कराने का फैसला किया है, जिसमें करोड़ो रुपये खर्च होंगे.
20 नवंबर तक बारिश के पहले चरण की व्यवस्था
एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा कि दिल्ली सरकार ने कृत्रिम बारिश की लागत वहन करने का फैसला किया है. वहीं, मुख्य सचिव को आज सुप्रीम कोर्ट के समक्ष सरकार के विचार पेश करने का निर्देश दिया है. अधिकारियों ने बताया कि अगर केंद्र फैसले का समर्थन करता है, तो दिल्ली सरकार 20 नवंबर तक शहर में कृत्रिम बारिश के पहले चरण की व्यवस्था कर सकती है. मुख्य सचिव को सुप्रीम कोर्ट को सूचित करने का निर्देश दिया गया है कि दिल्ली सरकार सैद्धांतिक रूप से आईआईटी-कानपुर टीम की सलाह के आधार पर कृत्रिम बारिश के चरण 1 और चरण 2 की लागत (कुल 13 करोड़ रुपये) वहन करने के लिए सहमत हो गई है.
क्या कहा था पर्यावरण मंत्री ने?
पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने आईआईटी-कानपुर टीम से मुलाकात के बाद कहा था कि अरविंद केजरीवाल सरकार दिल्ली में वायु प्रदूषण से निपटने के लिए क्लाउड सीडिंग तकनीक के जरिए कृत्रिम बारिश कराने की योजना बना रही है.
(इनपुट- अमरदीप)