सरकार ने 14 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ाए दाम, अगले साल के लिए 400 रुपये किया घोषित
अगले साल आचार संहिता लगने की संभावना के चलते इसी बार घोषित किया दाम
अमर उजाला ब्यूरो
चंडीगढ़। हरियाणा सरकार ने गन्ना उत्पादक किसानों को दिवाली का तोहफा दिया है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सोमवार को गन्ने की अगेती किस्म के मूल्य 372 रुपये प्रति क्विंटल में 14 रुपये की बढ़ोतरी करते हुए 386 रुपये प्रति क्विंटल घोषित किया है। साथ ही मुख्यमंत्री ने साल 2024 के लिए भी गन्ने के मूल्य में बढ़ोतरी की घोषणा कर दी है। अगले साल के लिए गन्ने का मूल्य 400 रुपये प्रति क्विंटल होगा। हरियाणा सरकार ने बताया कि अगले साल जिन दिनों गन्ने का मूल्य घोषित किया जाता है, उन दिनों संभवत: आचार संहिता लगी होगी। इसलिए अगले साल के मूल्य अभी जारी किए गए हैं। इसके साथ ही हरियाणा देश में गन्ने का सर्वाधिक मूल्य देने वाला राज्य बन गया है। इसके बाद पंजाब में 380 रुपये प्रति क्विंटल की दर से गन्ना खरीदा जा रहा है।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बताया कि राज्य सरकार सदैव किसान हित में निर्णय लेती है और हम उनके कल्याण के लिए प्रतिबद्ध हैं। प्रदेश के किसान भाई बहुत ही परिश्रम से खेती करते हैं और अपनी उपज बेचकर हरियाणा की आर्थिक स्थिति को मजबूत करते हैं। इन्हीं प्रयासों के फलस्वरूप हरियाणा एकमात्र ऐसा राज्य है, जहां 14 फसलों की खरीद एमएसपी पर की जाती है। इस साल 424 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई का लक्ष्य रखा गया है।
नौ महीने में दूसरी बार बढ़ाई कीमत
हरियाणा सरकार ने नौ महीने में दूसरी बार गन्ने का मूल्य बढ़ाया है। इससे पहले 25 जनवरी को हरियाणा सरकार ने गन्ने की कीमत में 10 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की थी। जनवरी में मूल्य बढ़ने पर राज्य में गन्ने की कीमत 372 रुपये प्रति क्विंटल हो गया था। इससे पहले राज्य में 362 रुपये की दर से गन्ने की खरीद की जा रही थी।
भाकियू ने की सराहना, 450 रुपये मूल्य करने की मांग
भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष रतन मान ने कहा कि सरकार की पहल सराहनीय है। मगर महंगाई को देखते हुए यह मूल्य करीब 450 रुपये प्रति क्विंटल होना चाहिए। गन्ने की खेती पर ज्यादा खर्च होता है। इसी साल जनवरी में किसानों ने गन्ने का दाम बढ़ाने को लेकर प्रदर्शन किया था। इस दौरान किसानों ने राज्य की 14 मिलों के मुख्य द्वारों पर ताला लगाकर गन्ने की आपूर्ति बंद कर दी थी। कई जगह ट्रैक्टर रैली निकाली गई थी। विरोध कर रहे किसान गन्ने के राज्य अनुशंसित मूल्य को 362 रुपये से बढ़ाकर 450 रुपये प्रति क्विंटल करने की मांग कर रहे थे। उसके बाद 25 जनवरी को सरकार ने गन्ने के मूल्य में दस रुपये की बढ़ोतरी की थी।
एक सप्ताह पहले कृषि मंत्री ने दिए थे संकेत
पिछले सप्ताह गन्ना नियंत्रण बोर्ड की बैठक में कृषि मंत्री जेपी दलाल ने संकेत दिए थे कि सरकार जल्द गन्ने का मूल्य बढ़ा सकती है। उन्होंने कहा था कि वह जल्द इस बारे में मुख्यमंत्री से मुलाकात करेंगे। उन्होंने बताया था कि सरकार ने पेराई सत्र 2022-23 के दौरान किसानों को 2,819 करोड़ रुपये का भुगतान किया है। साल 2022-23 के गन्ना पेराई सत्र में विभिन्न चीनी मिलों ने 770.73 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई की। इसमें 9.70 प्रतिशत की चीनी रिकवरी हुई।
देश में गन्ने का सर्वाधिक मूल्य देने वाला राज्य बना हरियाणा
राज्य खरीद मूल्य (रुपये प्रति क्विंटल)
हरियाणा 386
पंजाब 380
उत्तराखंड 355
उत्तर प्रदेश 350
बिहार 335