इजरायल और हमास युद्ध बीते तीन हफ्तों से जारी है. ऐसे में हमास के समर्थन और इजरायल के खिलाफ कई देश अपनी मौजूदगी दर्ज करा रहे हैं. ऐसे में इजरायल पर यमन की ओर से मिसाइल दागी गई. लेकिन इजरायल ने एरो एयर डिफेंस सिस्टम (Aero Air Defense System) का इस्तेमाल कर इस मिसाइल को ध्वस्त कर दिया.
इजरायल ने पहली बार अपने एरो एयर डिफेंस सिस्टम का इस्तेमाल किया है. इजरायली सेना ने बताया कि उनके एरो सिस्टम ने इजरायल पर लाल सागर क्षेत्र की ओर से दागी गई सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइल को नष्ट कर दिया. इजरायली सुरक्षाबलों ने जारी बयान में कहा कि उनके एयरफोर्स सिस्टम ने मिसाइल की ट्रैजेक्टरी को ट्रैक कर उसे ध्वस्त कर दिया. आईडीएफ का कहना है कि फाइटर जेट ने अन्य दो ड्रोन को भी मार गिराया था.
हूती विद्रोहियों के निशाने पर कौन था?
कहा जा रहा है कि यमन में ईरान सरकार द्वारा समर्थित हूती विद्रोहियों ने इजरायल पर मिसाइल लॉन्च की थी. इस मिसाइल का लक्ष्य इजरायल का दक्षिणी शहर इलियट (Eilat) था. आईडीएफ ने कहा कि मिसाइल के अलावा हम पर ड्रोन हमले भी किए गए. लाल सागर क्षेत्र से ड्रोन हमले किए गए जिन्हें नष्ट कर दिया गया.
रिपोर्ट के मुताबिक, हौती के एक अधिकारी ने बताया कि इजरायल में ड्रोन भेजे गए थे. हौती सरकार के प्रधानमंत्री अब्देलअजीज बिन हैबटूर ने कहा कि ये ड्रोन यमन के हैं. ऐसा माना जा रहा है कि सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइल को यमन में ईरान समर्थित हौती विद्रोहियों द्वारा दागा गया.
यमन की मांग पर किया हमला: हूती
हौती संगठन के प्रवक्ता याया सरिया ने बताया कि इजरायल पर मिसाइल और ड्रोन से किए गए हमले गाजा के लोगों के लिए धार्मिक, नैतिक, मानवीय और राष्ट्रीय जिम्मेदारी की भावना से किए गए. यह ऑपरेशन यमन के लोगों की मांग के बाद शुरू किया गया.
कौन है हूती?
हूती ने 2014 में यमन की राजधानी सना पर कब्जा कर लिया था. हूती सरकार को ईरान का समर्थन है. यमन के उत्तरी क्षेत्र में शिया मुस्लिमों का सबसे बड़ा आदिवासी संगठन हूती का उदय 1980 के दशक में हुआ था. हमास और इजरायल के बीच चल रहे युद्ध में ईरान ने इस संगठन को समर्थन दिया है, जिसके बाद इसके लड़ाकों ने लाल सागर से इजरायल की तरफ मिसाइल दागी. मगर, इजरायल ने इसे हवा में ही नाकाम कर दिया. इसे तबाह करने के लिए इजरायल ने पहली बार एरो सिस्टम को इस्तेमाल किया है. एरो डिफेंस सिस्टम इजरायल और अमेरिका का संयुक्त प्रोजेक्ट है.
7 अक्टूबर से जारी है जंग
सात अक्टूबर को हमास ने गाजा पट्टी से इजरायल पर 5 हजार से ज्यादा रॉकेट दागकर हमला कर दिया था. इसके तुरंत बाद इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमास के खिलाफ जंग का ऐलान कर दिया था. इन दो हफ्तों की जंग में गाजा पट्टी पूरी तरह से तबाह हो गई है.
इजरायल और हमास जंग में मरने वालों फिलिस्तीनी नागरिकों की संख्या बढ़कर 8306 हो गई है. अब तक गाजा के 23 लाख में से आधे नागरिकों ने अपना घर छोड़ दिचा है. इस जंग में 1400 से अधिक लोग घायल हुए हैं. हमास के लड़ाकों ने 200 से ज्यादा नागरिकों को बंधक बनाकर रखा है. हमास का दावा है कि इजरायली बमबारी में 50 से ज्यादा बंधकों की मौत हो गई है.