बीजिंग3 घंटे पहले
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ली शांगफू अगस्त में आखिरी बार किसी मीटिंग में नजर आए थे। (फाइल)
अगस्त से किसी पब्लिक प्लेटफॉर्म पर नजर न आने वाले चीन के डिफेंस मिनिस्टर ली शांगफू को आखिरकार पद से हटा दिया गया है। हालांकि हमेशा की तरह इस मामले में भी कई सवालों के जवाब नहीं मिल सके हैं। पहला तो यही कि शांगफू को क्यों हटाया गया है।
‘साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट’ यानी SCMP की मंगलवार शाम जारी रिपोर्ट के मुताबिक शांगफू पर अमेरिका ने कुछ पाबंदियां लगाई थीं। उन्हें अगस्त में आखिरी बार किसी पब्लिक प्लेटफॉर्म पर देखा गया था। नेशनल पीपुल्स कांग्रेस की स्टैंडिंग कमेटी ने शांगफू को हटाया है।
शांगफू से पहले जुलाई में फॉरेन मिनिस्टर क्विन गेंग को भी इसी तरह हटाया गया था। गेंग एक टीवी एंकर से अफेयर को लेकर सुर्खियों में थे।
तस्वीर 17 अगस्त 2023 की है। ली शांगफू ने बेलारूस में राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको से मुलाकात की थी।
इस मामले में टाइमिंग अहम
- इस हफ्ते के आखिर में अमेरिकी डिफेंस मिनिस्ट्री का डेलिगेशन अहम बातचीत के लिए बीजिंग पहुंच रहा है। इससे पहले शांगफू को हटाए जाने का ऐलान किया गया है। अब तक नए डिफेंस मिनिस्टर का नाम अनाउंस नहीं किया गया है।
- फॉरेन मिनिस्टर गेंग को जब हटाया गया था, तो उनकी जगह वांग यी को यह पद दिया गया था। गेंग से पहले वांग ही फॉरेन मिनिस्टर थे और बाद में उन्हें प्रेसिडेंट शी जिनपिंग का स्पेशल एडवाइजर बना दिया गया था।
- बहरहाल, इन दोनों मिनिस्टर्स को न सिर्फ इस पोस्ट से हटाया गया है, बल्कि उनकी काउंसलर पोस्ट भी छीन ली गई है। इन पदों पर भी किसी रिप्लेसमेंट का अनाउंसमेंट नहीं किया गया है।
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने जुलाई में जब फॉरेन मिनिस्टर क्विन गेंग को हटाया था, तब भी इसकी वजह नहीं बताई थी। (फाइल)
जांच के घेरे में थे शांगफू
- करीब एक महीने पहले न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने इस मामले पर एक रिपोर्ट पब्लिश की थी। इसके मुताबिक शांगफू पर करप्शन के आरोप हैं। शांगफू हथियार खरीद से जुड़े मामलों में जांच का सामना कर रहे थे।
- इसी वक्त अमेरिकी अखबार वॉल स्ट्रीट जर्नल ने एक चीनी अधिकारी के हवाले से कहा था- डिफेंस मिनिस्टर से लंबी पूछताछ की गई है और उनको किसी अनजान जगह रखा गया है। दावा तो यहां तक किया गया था कि शांगफू को उनके घर में नजरबंद किया गया था। उन्हें आखिरी बार 29 अगस्त को बीजिंग में अफ्रीकी देशों के साथ एक सिक्योरिटी फोरम में भाषण देते हुए देखा गया था। उस महीने की शुरुआत में उन्होंने रूस और बेलारूस का भी दौरा किया था।
- दरअसल, जुलाई में चीन के रक्षा मंत्रालय में हथियारों की खरीद करने वाली यूनिट ने एक नोटिस जारी किया था। इसमें हथियार की खरीद में बोली लगाने की प्रोसेस से गड़बड़ियां दूर करने की बात कही गई थी। यूनिट ने पब्लिकली ऐसी रिपोर्ट मांगी थी, जिसमें गलतियों से जुड़े सबूत हों।
- यह रिपोर्ट अक्टूबर 2017 के आसपास मांगी गई थी। उस दौरान ली शांगफू ही हथियार खरीदने वाले डिपार्टमेंट के हेड थे। वे इस पद पर अक्टूबर 2022 तक थे। रॉयटर्स के मुताबिक, इस यूनिट के 8 और अधिकारियों के नाम भी जांच में शामिल हैं।
कौन हैं ली शांगफू
- 65 वर्षीय ली शांगफू का जन्म फरवरी 1958 में हुआ था। वो पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के कमांडर रहे ली शाओजू के बेटे हैं।
- चीनी मीडिया के मुताबिक, उन्होंने 1982 में PLA के नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ डिफेंस टेक्नोलॉजी से डिग्री प्राप्त की और बाद में इंजीनियरिंग में मास्टर डिग्री ली। वह सेना के जी चांग सैटेलाइट लॉन्च सेंटर में 30 से ज्यादा सालों तक तैनात थे।
- 2016 में ली को स्ट्रैटजिक सपोर्ट फोर्स का डिप्टी कमांडर बनाया गया। अगले साल, उन्हें सेना की खरीद इकाई का प्रमुख नियुक्त किया गया।
- शांगफू पांच स्टेट काउंसलर में से एक थे। यह एक चीनी कैबिनेट पद है जो आम मंत्रियों की तुलना में उच्च स्थान का होता है।
- अमेरिका ने 2018 में ली पर प्रतिबंध लगाया था। शांगफू पर आरोप था कि वे रूस के हथियारों के सबसे बड़े निर्माता रोसोबोरोन एक्सपोर्ट से हथियार खरीद रहे थे।
फॉरेन मिनिस्टर क्विन गेंग को जुलाई में हटाया गया था। उन पर तस्वीर में नजर आ रहीं टीवी एंकर फू जियोतियान से अफेयर के आरोप लग रहे थे। (फाइल)