आधुनिक युग में भी अक्सर ऐसे मामले सामने आते रहते हैं, जिनमें लोग अंधविश्वास की जंजीरों में जकड़े दिखाई देते हैं. इसका जीता-जागता उदाहरण यूपी के झांसी जिले से सामने आया है. यहां एक मरे हुए व्यक्ति को जीवित कराने के लिए एक धार्मिक स्थल पर दरबार लगाया गया. इसे देखने के लिए भारी भीड़ जमा हुई. कई घंटे तक दरबार चला.
हैरान कर देने वाला यह मामला जिले की मऊरानीपुर तहसील के हीरापुर गांव का है. यहां रहने वाले पंचम लाल बीमार थे. सोमवार सुबह करीब 3 बजे उनकी मौत हो गई. इसकी खबर मिलते ही आस-पास के लोग उनके घर पहुंचे. इसी दौरान गांव के बाहर बने धार्मिक स्थल के चबूतरे पर एक महिला ने खुद पर देवी मां की सवारी आने का दावा किया.
महिला लगातार शरीर में जान डालने का दावा कर रही थी
उसका दावा था कि पंचम को वो जिंदा कर देगी. इतना सुनते ही गांव के लोग मृत शरीर को वहां लेकर पहुंच गए. जैसे-जैसे ये खबर गांव और आस-पास के लोगों को हुई, वहां भीड़ लग गई. कई घंटे तक भीड़ के सामने ही वहां दरबार लगा रहा. महिला लगातार पंचम के शरीर में जान डालने का दावा कर रही थी.
‘तभी उसे एक-दो हिचकी आई और मुंह बंद हो गया’
हालांकि वही हुआ जो होना था. मतलब पंचम जिंदा नहीं हुआ. इसके बाद लोग प्राइवेट अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया. डॉक्टर का कहना है कि उन्होंने गाड़ी में ही उसे चेक किया तो मृत पाया. उसकी मौत दो तीन दिन घंटे पहले ही हो चुकी थी.
मृतक के भाई का कहना है कि उसके भाई की कल अचानक तबीयत खराब हुई. सीने में दर्द होने के बाद उसे इलाज के लिए ले गए. इसके बाद घर आ गए. मगर, तबीयत फिर बिगड़ गई. इस पर उसे ले जाने के लिए गाड़ी बुलाई. तभी उसे एक-दो हिचकी आई और मुंह बंद हो गया. घर में रोना-बिलखना शुरू हुआ. इसी बीच महिला आई और कहने लगी अभी जिंदा होने की उम्मीद है.