- Hindi News
- National
- Maharashtra Voter List Controversy; Raj Thackeray | Shiv Sena NCP Vs BJP
मुंबई34 मिनट पहले
- कॉपी लिंक

मनसे प्रमुख राज ठाकरे, शिवसेना (यूबीटी) नेता उद्धव ठाकरे समेत विपक्ष के अन्य नेताओं ने चुनाव आयोग के अधिकारियों से मुलाकात की।
महाराष्ट्र में वोट चोरी के मुद्दे को लेकर मनसे प्रमुख राज ठाकरे समेत महाविकास अघाड़ी (MVA) के नेताओं ने बुधवार को राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी से मुंबई में मुलाकात की। MVA के नेताओं ने चुनाव आयोग से शिकायत की है कि राज्य के कई जिलों में एक वोटर का नाम कई बूथ और तहसील में दर्ज हैं।
एनसीपी (शरद पवार) गुट के नेता जितेंद्र अहवाड़ ने कहा कि एक घर में 4 वोटर रहते हैं लेकिन लिस्ट में नाम 4 से ज्यादा के हैं। कई जिलों से ऐसी शिकायतें आई हैं। उन्होंने कागज दिखाते हुए कहा कि लातूर, नांदेड़ सहित कई जिलों में ऐसी शिकायतें आई हैं।
हमने पूरी जानकारी चुनाव आयोग को दे दी है। अब उनके जवाब का इतजार कर रहे हैं। ये बोगस वोट ही महायुति को जिताते हैं। महाराष्ट्र में एसआईआर का भी क्या फायदा? भाजपा अपने तरीके से हर सिस्टम सेट कर रही है।
सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता की मांग की और ‘वोट चोरी’ के आरोपों की जांच की मांग की। वहीं स्थानीय निकाय चुनाव निष्पक्ष तरीके से कराने की भी मांग की।

ठाकरे बोले- सर्वदलीय बैठक में भाजपा क्यों शामिल नहीं हुई
2024 के विधानसभा चुनावों से पहले MVA ने चुनाव आयोग को लेटर लिखकर बताया था कि भाजपा वोटर लिस्ट में लोगों के नाम जोड़ रही है। हमने स्पष्ट रूप से कहा था कि जब तक ये खामियां दूर नहीं हो जातीं, चुनाव नहीं कराए जाने चाहिए।
31 जुलाई तक 18 वर्ष की आयु पूरी करने वालों को ही वोट देने की परमिशन होगी। हमें लास्ट डेट 31 जुलाई मंजूर नहीं है। जब सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल चुनाव आयोग से मिला, तो हमने भाजपा नेताओं को भी बुलाया, लेकिन वे बैठक में शामिल नहीं हुए।

आगामी निकाय चुनावों से पहले सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने महाराष्ट्र चुनाव आयोग के अधिकारियों से मुलाकात की।
चुनाव आयोग पहुंचे अन्य नेताओं का बयान-
- शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे- हर विधानसभा क्षेत्र से वोट चोरी और डुप्लीकेट वोटर्स के मामले सामने आ रहे हैं। हमने चुनाव आयोग से मांग की है कि वोटर लिस्ट की जांच की जाए।
- एनसीपी (एसपी) नेता शशिकांत शिंदे- हम 2 दिन इंतजार करेंगे कि केंद्र चुनाव आयोग और राज्य चुनाव आयोग के बीच क्या बात होती है और क्या निर्णय होता है। इसके बाद हम आंदोलन की रणनीति बनाएंगे।
- एनसीपी (एसपी) नेता जयंत पाटिल- मतदाताओं के नाम दर्ज करने के लिए हरे पेन और नाम काटने के लिए लाल पेन का इस्तेमाल करने का ऊपर से आदेश है। पाटिल ने चुनाव आयोग पर शिकायतों को नजरअंदाज करने और उन पर पर्दा डालने का भी आरोप लगाया।
- विधायक अशोक पवार ने मकान नंबर एक दिखाया, जिसमें 188 मतदाता दिखाए गए थे लेकिन वह मकान गांव में ही नहीं था। चुनाव अधिकारी ने जवाब दिया, इस बारे में शिकायत करने से मतदाता की निजता भंग होती है, इसलिए मैं जानकारी नहीं दे सकता।





















