ब्रिटिश कोलंबिया के प्रधानमंत्री डेविड एबी ने कनाडा की मार्क कार्नी सरकार से लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है. उन्होंने बिश्नोई गैंग को कनाडा में आतंकवादी संगठन घोषित करने की अपील की है, ताकि जांच एजेंसियों को गिरोह की बढ़ती जबरन वसूली और अपराध से निपटने में मदद मिल सके.
एबी ने मंगलवार को कहा कि वह कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी को एक पत्र भेजने का प्लान बना रहे हैं, जिसमें इस गैंग को आधिकारिक रूप से आतंकवादी संगठन घोषित करने का अनुरोध किया जाएगा. यह मांग सरे में वीकेंड में आयोजित एक सार्वजनिक सुरक्षा फोरम के बाद सामने आई, जहां दक्षिण एशियाई व्यवसायों को निशाना बनाए जा रहे अपराधों पर चर्चा हुई थी.
‘ये गंभीर कदम है’
सीटीवी न्यूज ने एबी के हवाले से कहा, ‘यह एक गंभीर कदम है. इससे पुलिस को महत्वपूर्ण जांच मदद होती है. हम ये सिफारिश हल्के में नहीं कर रहे हैं, लेकिन यह गतिविधि न्याय व्यवस्था, हमारे लोकतंत्र और समुदाय की सुरक्षा में लोगों के विश्वास को कम करती है, बल्कि कानून के शासन में जनता के विश्वास को खत्म करती है.’
एबी ने बताया कि जबरन वसूली की धमकियों के साथ कुछ मामलों में गोलीबारी और आगजनी की घटनाएं सामने आई हैं जो केवल कोलंबिया नहीं, बल्कि एडमॉन्टन और ब्रैम्पटन समेत देश भर के शहरों में हो रही हैं.
Eby ने बताया कि RCMP टास्क फोर्स जबरन वसूली के खतरों से निपटने के लिए पहले से ही सक्रिय है, लेकिन पारंपरिक पुलिसिंग पद्धतियां इस मुद्दे से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए पर्याप्त नहीं हो सकती हैं.
कैनेडियन प्रेस के अनुसार, प्रधानमंत्री ने कहा कि लॉरेंस बिश्नोई गैंग ब्रिटिश कोलंबिया, अल्बर्टा और ओंटारियो में दक्षिण एशियाई समुदाय के सदस्यों के खिलाफ जबरन वसूली और अन्य अपराधों से जुड़ा हुआ है.
भारत की जेल में बंद है लॉरैंस
बता दें कि लॉरेंस बिश्नोई गैंग, जिसका नाम भारत में जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के नाम पर है जो कई हाई-प्रोफाइल आपराधिक मामलों से जुड़ा हुआ है. इस गैंग पर भारतीय हस्तियों और व्यवसायियों को उगाही की धमकी देने का आरोप है, जिसमें कथित तौर पर विदेशी ऑपरेटिव की अहम भूमिका रही है. पंजाब आधारित गैंगस्टर बिश्नोई वर्तमान में अहमदाबाद की साबरमती सेंट्रल जेल में बंद है.