
शंभू व खनौरी बॉर्डर बंद होने से अब तक पंजाब के उद्योगपतियों व व्यापारियों को 10 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है। साथ ही दो लाख करोड़ का निवेश भी रुका है। यह एक बड़ा कारण है कि पंजाब सरकार ने दोनों बॉर्डर खुलवाने के लिए बड़े एक्शन का फैसला लिया। आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल से बैठक के दौरान भी उद्योगपतियों ने यही मामला उठाया था। लुधियाना, जालंधर व अमृतसर के कारोबार पर सर्वाधिक असर पड़ा। सुप्रीम कोर्ट ने भी राज्य सरकारों को किसानों से बातचीत करने और उन्हें राजमार्ग से हटाने के लिए राजी करने का आदेश दिया था।