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श्रीनगर5 मिनट पहले
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आर्टिकल 370 हटने के आज 5 साल पूरे हो गए हैं। जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हैं।
जम्मू-कश्मीर के अखनूर और सुंदरबनी सेक्टर्स में 4-5 अगस्त की रात LoC के पास संदिग्धों के दो ग्रुप की मूवमेंट देखी गई। घुसपैठ को नाकाम करने के लिए सेना ने ओपन फायरिंग की। हालांकि सामने से कोई फायरिंग नहीं हुई। दोनों ही सेक्टरों में सेना का सर्च ऑपरेशन जारी है।
सेना के अधिकारियों ने बताया कि अखनूर के बट्टल सेक्टर में 3 से 4 घुसपैठियों की संदिग्ध गतिविधि के बाद सेना ने डेढ़ बजे गोलीबारी की। इसके बाद इलाके में अतिरिक्त बल तैनात किया गया। फ्लेयर्स से रोशनी करके इलाके की ड्रोन से निगरानी की गई।
इससे पहले सेना के जवानों ने राजौरी जिले के सुंदरबनी-नौशेरा सेक्टर में रात करीब 12.30 बजे संदिग्ध गतिविधि देखी। अलर्ट के लिए कुछ राउंड फायरिंग की। उधर, पुलवामा के अवंतीपोरा के पंजगाम इलाके में 2 आतंकियों को गिरफ्तार किया गया है। इनके पास से एक पिस्तौल, 2 मैगजीन और गोला-बारूद बरामद किया गया।
जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 और 35 A हटने के पांच साल आज पूरे हो गए हैं। इसे देखते हुए जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा ग्रिड को अलर्ट पर रखा गया है।
सुरक्षा के चलते अमरनाथ यात्रा स्थगित
जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने की 5वीं वर्षगांठ पर आज (5 अगस्त) जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। आने-जाने वाले हर व्यक्ति और गाड़ी पर निगरानी रखी जा रही है। वहीं सुरक्षा कारणों की वजह से अमरनाथ यात्रा को एक दिन के लिए स्थगित कर दिया गया है।
5 अगस्त 2019 को आर्टिकल 370 हटने के बाद राज्य का स्पेशल स्टेटस खत्म हो गया था। साथ ही राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू कश्मीर और लद्दाख में बांट दिया गया था। वहीं बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए हर साल होने वाली पवित्र अमरनाथ यात्रा 29 जून को शुरू हुई जो 19 अगस्त तक चलेगी।
4 दिन पहले सांबा में पाकिस्तानी घुसपैठिया मारा गया था
जम्मू-कश्मीर के सांबा जिले में भारत-पाक बॉर्डर पर 1 अगस्त को BSF के जवानों ने एक पाकिस्तानी घुसपैठिए को मार गिराया। BSF के आईजी डीके बूरा ने बताया कि घुसपैठिए को बुधवार रात करीब 10 बजे खोरा पोस्ट के पास भारतीय इलाके में घुसते देखा गया।
BSF जवानों की चेतावनी के बाद भी घुसपैठिया नहीं रुका, जिसके बाद फायरिंग में वह मारा गया। सुरक्षा अधिकारी ने कहा कि घुसपैठिया भारत-पाक सीमा की जीरो लाइन पार कर रहा था जो बॉर्डर प्रोटोकॉल का उल्लंघन था। इंटेलिजेंस से मिली जानकारी के आधार पर सेना, पुलिस और BSF जम्मू-कश्मीर के कई इलाकों में जॉइंट सर्च ऑपरेशन किया। इस दौरान राजौरी जिले के कालाकोट इलाके में एक आतंकी ठिकाने का पता चला है। यहां AK राइफल और अन्य हथियार बरामद हुए।
जम्मू में जैश और लश्कर का 20 साल पुराना नेटवर्क एक्टिव
जम्मू रीजन में सेना ने 20 साल पहले पाकिस्तान परस्त आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के जिस लोकल नेटवर्क को सख्ती से निष्क्रिय कर दिया था, वो पूरी ताकत से फिर एक्टिव हो गया है। पहले ये लोग आतंकियों का सामान ढोने का काम करते थे, अब उन्हें गांवों में ही हथियार, गोला बारूद और खाना-पीना दे रहे हैं। बीते दिनों जिन 25 संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है, उन्होंने पूछताछ में इसके सुराग दिए हैं। यह नेटवर्क जम्मू के 10 में से नौ जिलों राजौरी, पुंछ, रियासी, ऊधमपुर, कठुआ, डोडा, किश्तवाड़, जम्मू और रामबन में जम चुका है।
जम्मू-कश्मीर के पूर्व DGP एसपी वैद्य के मुताबिक, आर्टिकल 370 हटने के बाद से ही पाकिस्तान आर्मी और ISI ने जम्मू को टारगेट करना शुरू कर दिया था। उसने दो साल में इस नेटवर्क को सक्रिय किया। इन्हीं की मदद से आतंकियों ने 2020 में पुंछ और राजौरी में सेना पर बड़े हमले किए। फिर ऊधमपुर, रियासी, डोडा और कठुआ को निशाने पर लिया।
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जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटे आज पूरे पांच साल हो गए। 5 अगस्त 2019 को संसद में आर्टिकल 370 हटने के बाद राज्य का स्पेशल स्टेटस खत्म हो गया था। साथ ही राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू कश्मीर और लद्दाख में बांट दिया गया था। सरकार ने दावा किया था कि इस कदम से जम्मू-कश्मीर में शांति और खुशहाली आएगी। पूरी खबर पढ़ें…