चंडीगढ़। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने रविवार को मनीमाजरा के करीब एक लाख लोगों को सातों दिन 24 घंटे पानी की सौगात दी। परियोजना का उद्घाटन करते हुए शाह ने कहा कि मनीमाजरा की बहनों को अब पानी के लिए अलार्म लगाने की जरूरत नहीं। उन्हें जब भी जरूरत होगी, नल में पानी मिलेगा। शाह ने अन्य परियोजनाओं का भी जिक्र किया और कहा कि पिछले 10 साल में केंद्र ने चंडीगढ़ को कुल करीब 30 हजार करोड़ रुपये दिए हैं।
गृहमंत्री ने कहा कि पानी सभी के जीवन के लिए प्राण होता है और पानी के बगैर जीवन असंभव है। पानी अगर दूषित हो तो जीवन में अनेक कठिनाइयों और रोगों का सामना करना पड़ता है। बताया कि 24 घंटे पानी की परियोजना से मनीमाजरा की एक लाख से ज्यादा की आबादी को फायदा मिलेगा और 855 एकड़ में फैली इस बस्ती को 22 किलोमीटर लंबे नई पाइपलाइन से अब चौबीसों घंटे पानी उपलब्ध हो सकेगा। यहां दो बड़े रिजर्वायर बनाकर 24 घंटे पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करने का प्रबंध किया गया है।
शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चंडीगढ़ के विकास के लिए बीते दस वर्षों में 30 हजार करोड़ रुपये खर्च किए हैं। इनमें 29 हजार करोड़ रुपये इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण और 500 करोड़ रुपए रेलवे के विकास के लिए खर्च किए गए हैं। कार्यक्रम में पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया, राज्यसभा सांसद सतनाम सिंह संधू, केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला, आईबी निदेशक तपन कुमार डेका, प्रशासक के सलाहकार राजीव वर्मा, पूर्व सांसद किरण खेर, सीनियर डिप्टी मेयर कुलजीत संधू, निगम आयुक्त आनिंदिता मित्रा व अन्य उपस्थित रहे।
अब घरों में पानी का फिल्टर लगाने की जरूरत नहीं : शाह
शाह ने यह भी कहा कि स्मार्ट मीटर लगाने से लीकेज का खर्च भी अब उपभोक्ताओं पर नहीं आएगा। घर में लीकेज होने का भी तुरंत पता चल जाएगा। अब से पूरे मनीमाजरा के लोगों को सबसे आधुनिक फिल्टर प्लांट से चौबीसों घंटे फिल्टर पानी मुहैया कराने की शुरुआत हो गई है। लोगों को अब घरों में फिल्टर लगाने की भी जरूरत नहीं है। शाह ने कहा कि चंडीगढ़ में शुरू से ही पानी और सीवर जैसी सुविधाओं की शत प्रतिशत व्यवस्था की गई लेकिन आबादी बढ़ने, पाइपलाइनें पुरानी होने और पानी की गुणवत्ता पहले की तुलना में कम हो जाने के कारण फिल्ट्रेशन प्लांट को और आधुनिक बनाने के साथ ही नई पाइपलाइनें बनानी और पानी की उपलब्धता बढानी पड़ती है। उन्होंने कहा कि इन पहलुओं को ध्यान में रखते हुए आज क्षेत्र के लोगों को चौबीसों घंटे पानी उपलब्ध कराने की योजना का उद्घाटन हुआ है।
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत चंडीगढ़ में 1000 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्चे
गृहमंत्री ने कहा कि नरेंद्र मोदी ने 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद से ही स्मार्ट सिटी योजना को लागू कर शहरों में जीवन स्तर को बेहतर बनाने का प्रयास किया है। सबसे पहले स्मार्ट शहरों की जो सूची घोषित की गई, उसमें चंडीगढ़ भी शामिल था। भारत सरकार ने चंडीगढ़ में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत 1000 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च किए हैं। पांच सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित किए गए हैं और 20 एकड़ भूमि में सॉलिड वेस्ट की सफाई के लिए व्यवस्था की गई है। इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर स्थापित करके ट्रैफिक को नियमित करने का काम हुआ है, जिससे ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन के मामले 40 फीसदी तक कम हुए और घातक सड़क हादसों में 31 फीसदी तक की कमी आई है।
सतनाम सिंह संधू के लिए मंच पर लगी कुर्सी
जनसभा में अमित शाह के पहुंचने से मंच पर पहले काफी हलचल नजर आई। पहले मंच पर सात कुर्सियां रखी गईं थीं, अमित शाह की कुर्सी को छोड़कर सभी पर बैठने वालों के नाम की स्लिप लगी थी, लेकिन अचानक अधिकारी कुर्सियों पर लगे नेम स्लिप हटाने लगे। सभी कुर्सियों से नेम स्लिप हटाने के बाद आनन-फानन में दो और कुर्सियां मंगवाई गईं और उन्हें मंच पर रखा गया। बाद में पता चला कि कार्यक्रम में राज्यसभा सांसद सतनाम सिंह संधू और आईबी के निदेशक भी मौजूद थे। वह भी मंच पर शाह के साथ बैठे नजर आए।
किरण खेर के लिए शाह ने बजवाईं तालियां
अमित शाह ने सांसद किरण खेर का नाम लेने से पहले कहा कि यह परियोजना पूर्व सांसद किरण खेर के समय पर ही शुरू हुआ। उन्होंने किरण खेर को आगे बुलाया और कहा कि सभी को उनके लिए ताली बजानी चाहिए क्योंकि इन्होंने इस परियोजना के लिए काफी प्रयास किए। शाह ने कहा कि उन्हें खुशी हो रही है कि आज जब इस परियोजना का उद्घाटन हो रहा है तो किरण खेर भी मौजूद हैं।