इस्लामाबाद36 मिनट पहले
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पाकिस्तान की संसद को 1956 में बनाया गया था। यहां 436 सांसद हैं। इनमें 336 नेशनल असेंबली के सदस्य तो वहीं 100 सीनेट के सदस्य हैं। (फाइल)
पाकिस्तान में आर्थिक तंगहाली के बीच संसद में चोरी हो गई है। पाकिस्तानी मीडिया द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, शुक्रवार को सांसद, पत्रकार और संसद का स्टाफ परिसर में मौजूद मस्जिद में जुमे की नमाज के लिए गए थे।
जब लोग मस्जिद से बाहर तो उनके जूते चोरी हो चुके थे। रिपोर्ट के मुताबिक, चोर करीब 20 जोड़ी जूते साथ ले गए। इसके बाद सांसद नंगे पैर ही संसद लौटे। नेशनल असेंबली के स्पीकर सरदार अयाज सादिक ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने सूत्रों के हवाले से बताया कि नमाज के वक्त संसद में मौजूद सुरक्षा अधिकारी अपनी पोजिशन पर तैनात नहीं थे। इसी वजह से चोर वारदात को अंजाम दे सके। स्पीकर के आदेश के बाद बाद जॉइंट सेक्रेटरी और सीनियर पुलिस अफसरों को घटना की जांच करने का काम सौंपा गया है। साथ ही CCTV फुटेज के जरिए आरोपी की पहचान करने की कोशिश की जा रही है।
चोरी के वक्त पाकिस्तान के सांसद और पत्रकार संसद परिसर में मौजूद मस्जिद में जुमे की नमाज अदा कर रहे थे। (फाइल)
रक्षा मंत्री बोले- ये भिखारी माफियाओं का काम हो सकता है
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने इस चोरी के पीछे भिखारी माफियाओं का हाथ होने की आशंका जताई है। ख्वाजा आसिफ ने कहा, “पाकिस्तान में भिखारियों की बढ़ती संख्या चिंता का विषय है। इनके खिलाफ जागरूकता के लिए अभियान भी चलाया गया है, जिसमें बड़े क्रिकेटर्स भी हिस्सा ले रहे हैं।”
रक्षा मंत्री ने बताया कि किसी शहर में भिखारी दिखते ही इसकी सूचना पुलिस को दी जाती है। पाकिस्तान में भीख मांगना एक बड़ा बिजनेस बन चुका है। करीब 10% आबादी इस धंधे से जुड़ी है। हम बड़ी संख्या में भिखारियों को एक्सपोर्ट भी करते हैं।
इससे पहले ईद के मौके पर पाकिस्तान के लाखों भिकारी कराची पहुंच गए थे। शहर की सड़कों, बाजारों और मॉल तक में भिखारी दिखाई दे रहे थे। कराची के AIG याकूब मिन्हास ने बताया था कि ये भिखारी सिंध और बलूचिस्तान प्रांत से आए थे। इनहें पकड़ने के लिए CCTV कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी।
दुनिया में गिरफ्तार होने वाले 90% भिखारी पाकिस्तानी मूल के
पिछले साल पाकिस्तानी मीडिया डॉन ने एक रिपोर्ट जारी की थी। इसमें बताया गया था कि दुनियाभर में गिरफ्तार होने वाले भिखारियों में से 90% लोग पाकिस्तानी मूल के होते हैं। पाकिस्तान के ओवरसीज मिनिस्ट्री सेक्रेटरी जुल्फिकार हैदर ने बताया था कि कई भिखारियों ने सऊदी अरब, ईरान और इराक जाने के लिए तीर्थयात्रियों को मिलने वाले वीजा का फायदा उठाया है।
रिपोर्ट के मुताबिक हरम जैसी पवित्र जगहों पर बड़ी संख्या में जेबकतरों को गिरफ्तार किया गया था। बाद में इनकी पहचान पाकिस्तानी नागरिकों के रूप में हुई थी।
सितंबर 2023 में जारी हुई वर्ल्ड बैंक की रिपोर्ट के मुाबिक, पाकिस्तान में 9.5 करोड़ लोग गरीबी रेखा से नीचे रह रहे हैं। यह कुल आबादी 24 करोड़ का 39.4% है। इनकी दिनभर की कमाई 3.65 डॉलर यानी 1,048 पाकिस्तानी रुपए है। भारतीय करेंसी में यह 300 रुपए के बराबर है।