तेजिंदर सिंह बिट्टू भाजपा में शामिल
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लोकसभा चुनाव के बीच कांग्रेस के किले में भाजपा ने जबरदस्त सेंधमारी करते हुए एआईसीसी के सेक्रेटरी इंचार्ज व हिमाचल के सहप्रभारी तजिंदर बिट्टू को पार्टी में शामिल करवा लिया है। जालंधर से कांग्रेस के सांसद रहे संतोख सिंह चौधरी की पत्नी कर्मजीत कौर जालंधर से चरणजीत सिंह चन्नी को टिकट मिलने से नाराज थी जबकि बिट्टू हिमाचल में राज्यसभा सीट अभिषेक मनु सिंघवी का नाम आने से कांग्रेस से नाराज चल रहे थे।
कर्मजीत कौर चौधरी जालंधर से लोकसभा टिकट की दावेदार थीं, लेकिन कांग्रेस ने उन्हें दरकिनार कर पूर्व सीएम चरणजीत चन्नी को टिकट दे दी। उनका बेटा बिक्रम चौधरी जालंधर के फिल्लौर से कांग्रेसी विधायक है। कर्मजीत कौर चौधरी के पति सांसद संतोख चौधरी की राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान निधन हुआ था। इसके बाद उपचुनाव में कांग्रेस ने कर्मजीत कौर को टिकट दी थी लेकिन वे आप के सुशील रिंकू से हार गईं थी। हालांकि अब सुशील रिंकू भी भाजपा में शामिल हो चुके हैं।
पता चला है कि जालंधर में कांग्रेस का किला ध्वस्त करने में विधायक शीतल अंगुराल की अहम भूमिका रही है। उन्होंने शुक्रवार रात भर कर्मजीत कौर चौधरी के साथ लगातार मीटिंग कर उनको भाजपा में आने के लिए तैयार किया और सुबह 5 बजे के करीब फैसला लिया गया। भाजपा के महासचिव विनोद तावड़े ने कहा कि हम दोनों नेताओं का स्वागत करते हैं। बीजेपी को दोनों नेताओं से काफी ताकत मिली है।
कर्मजीत बोलीं-कांग्रेस ने हमारी अनदेखी की
लोकसभा उपचुनाव लड़ चुकी कर्मजीत कौर चौधरी ने कहा कि मेरे परिवार ने एक दशक तक पंजाब और जालंधर की सेवा की। इस सेवा को देखते हुए आज बीजेपी ने मुझ पर विश्वास जताया है। मेरे परिवार ने हमेशा समाज के सभी वर्गों के लिए काम किया है और हमेशा करता रहेगा। मेरे ससुर गुरबंता सिंह महान दलित नेता थे और पंजाब की विधानसभा में 7 बार चुने गए। इस दौरान कई बार वह राज्य की सेवा के लिए मंत्री भी बने। मेरे पति चौधरी संतोख सिंह ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान जान की कुर्बानी दी थी। मेरे पति की जान जाने के बाद भी कांग्रेस द्वारा मेरे साथ अनदेखी की गई। 2 दशकों से ज्यादा मेरा परिवार कांग्रेस के लिए काम करता आया है। मगर कांग्रेस की अनदेखी के चलते हम पार्टी छोड़ने के लिए मजबूर हो गए हैं। बीजेपी के इस मंच से मैं ये संकल्प करती हूं कि बीजेपी के साथ पंजाब के लोगों का भला किया जाएगा।
बिट्टू बोले- पंजाब बहुत पीछे चला गया था
तजिंदर सिंह बिट्टू ने कहा कि पंजाब के लिए अब बहुत जरूरी हो गया है कि जो सरकार केंद्र में हैं, वो पंजाब में भी बने उनका इशारा डब्ल इंजन सरकार की तरफ था। सिख समुदाय के लिए जितना बीजेपी ने किया, उनका किसी सरकार ने नहीं किया था। पिछली सरकारों की वजह से पंजाब बहुत पीछे चला गया था।
इस सारे खेला के पीछे आप विधायक रह चुके शीतल अंगुराल की अहम भूमिका है। हालांकि शीतल से इस बाबत संपर्क नहीं हो पाया है लेकिन पता चला है कि भाजपा हाईकमान के साथ मीटिंग करवाने में शीतल ने ही बतौर एक पुल काम किया है।
शीतल अंगुराल अभी विधायक हैं और अभी विधानसभा अध्यक्ष ने उनका इस्तीफा मंजूर नहीं किया है। शीतल अंगुराल आप छोड़कर भाजपा में चले गए थे और भाजपा में जाकर उनहोंने आप व कांग्रेस को तोड़ने का क्रम शुरू कर दिया है। पता चला है कि कर्मजीत कौर भी जालंधर से चन्नी को टिकट मिलने से काफी नाराज चल रही थी और उनके बेटे विधायक बिक्रम चौधरी ने तो व्हिप के चीफ से रिजाइन कर दिया था। वहीं तजिंदर बिट्टू हिमाचल से कांग्रेस के राज्यसभा सीट के चाहवान थे लेकिन कांग्रेस ने अभिषेक मनु सिंघवी को टिकट दे दी। जिसके बाद वहां पर क्रास वोटिंग हुई और कांग्रेस सीट हार गई। तभी से बिट्टू कांग्रेस से नाराज चल रहे थे। तीन दिन से लगातार शीतल अंगुराल व जालंधर से भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ रहे सुशील रिंकू दिल्ली में डेरा डाले हुए थे और वहां पर हाईकमान के साथ लगातार संपर्क में थे। कर्मजीत कौर चौधरी व बिट्टू की मीटिंग भाजपा हाईकमान व केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से करवाने में अहम भूमिका अदा की।