नशीले पदार्थों के मामले में गिरफ्तार एक व्यक्ति की उस समय मौत हो गई, जब उसे उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स द्वारा उसके गांव प्रतापगढ़ जिले से लखनऊ लाया जा रहा था. इसको लेकर मृतक के परिजनों ने जमकर हंगामा काटा. उन्होंने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं. मामले में पुलिस का बयान भी आया है.
प्रतापगढ़ के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (पश्चिम) संजय राय ने दावा किया कि गिरफ्तार किया गया अजय सिंह उर्फ शक्ति सिंह (42) हृदय रोग से पीड़ित था. लखनऊ जाते समय प्रतापगढ़ जिले के लालगंज पहुंचने पर अजय सिंह की तबीयत बिगड़ गई थी. जिसके बाद उसे स्थानीय अस्पताल ले जाया गया जहां से जिला मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया. लेकिन वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने आगे कहा कि अजय सिंह को रविवार दोपहर स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने सांगीपुर थाना क्षेत्र के लखारा गांव में उसके घर से गिरफ्तार किया था. वह लखनऊ के गोमतीनगर पुलिस स्टेशन में नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस एक्ट के तहत दर्ज एक मामले में वांछित था.
फिलहाल, शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है. जांच के बाद मौत का कारण पता चलेगा. जांच-पड़ताल जारी है. शांति-व्यवस्था कायम है.
मृतक के परिजनों ने लगाए पुलिस पर लगाए आरोप
प्रतापगढ़ में पुलिस कस्टडी में वांछित अभियुक्त की संदिग्ध मौत के बाद मृतक के परिजनों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया है. परिजनों ने कहा कि पुलिस टीम उसे घर से उठाकर ले गई थी. तब वो ठीक था. कुछ समय बाद उसकी मौत की खबर आई. परिजनों ने अभियुक्त की पिटाई करने का आरोप लगाया है. परिजनों ने शव को रखकर हंगामा किया तो मौके पर भारी पुलिस बल पहुंच गया. गांव को छावनी में तब्दील कर दिया गया है.
(इनपुट: प्रतापगढ़ से सुनील यादव)