सांकेतिक तस्वीर।
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पंजाब में लोकसभा चुनाव की तैयारियां शुरू हो गई हैं। विशेष डीजीपी (कानून-व्यवस्था) अर्पित शुक्ला ने बताया कि केद्रीय बलों की 25 कंपनियां मिल गई हैं। आने वाले दिनों में इन केंद्रीय बलों की टुकड़ी को प्रदेश के संवेदनशील और अति संवेदनशील जिलों के पोलिंग स्टेशनों में तैनात किया जाएगा। स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण ढंग से चुनाव कराने की यकीनी बनाने और सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए केंद्रीय हथियारबंद पुलिस बलों (सीएपीएफ) की 25 कंपनियां पंजाब पहुंच चुकी हैं। इन 25 कंपनियों में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की पांच, सीमा सुरक्षा बल ( बीएसएफ) की 15 और इंडो-तिब्बत बॉर्डर पुलिस (आईटीबीपी) की पांच कंपनियां शामिल हैं।
अर्पित शुक्ला ने बताया आम लोगों में विश्वास पैदा करने के साथ-साथ संवेदनशील और अति-संवेदनशील क्षेत्रों में दबदबा बनाने के लिए राज्य के संवेदनशील जिलों में इन सुरक्षा बलों को तैनात किया जाएगा। संवेदनशील क्षेत्रों की मैपिंग भी की जा रही है जिससे आम चुनाव से पहले किसी भी असुखद स्थिति से बचाव के लिए अन्य बलों को तैनात किया जा सके।
उन्होंने बताया कि प्रदेश के सभी पुलिस आयुक्त और सीनियर सुपरिंटेंडेंट ऑफ पुलिस (एसएसपी) को अपने- अपने अधिकार क्षेत्रों में समाज विरोधी तत्वों पर पैनी नजर रखने और फ्लैग मार्च निकालने को कहा गया है।
पंजाब पुलिस के 30 प्रतिशत जवाब देखेंगे थानों के कामकाज
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक लोकसभा चुनाव के दौरान पंजाब पुलिस की कुल क्षमता के 30 प्रतिशत जवान प्रदेश के सभी थानों के कामकाज और शहरी कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए रुटीन ड्यूटी पर रहेंगे। पुलिस के 70 प्रतिशत जवानों को भी चुनावी ड्यूटी के दौरान सुरक्षा व्यवस्था में लगाया जाएगा। पंजाब पुलिस के जवान केंद्रीय बलों के साथ मतदान केंद्रों से लेकर ईवीएम पहुंचाने और अन्य चुनावी ड्यूटी में अपनी जिम्मेदारियों का निर्वाहन करेंगे।