अपनी मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे किसान संगठनों ने 6 मार्च को दिल्ली कूच का ऐलान किया है. वहीं 10 मार्च को पूरे देश में किसान चार घंटे ‘रेल रोको’ आंदोलन करेंगे. 14 मार्च को दिल्ली के रामलीला मैदान में किसान महापंचायत होगी. उससे पहले हम बता रहे हैं कि दिल्ली की सीमाओं के क्या हाल हैं…
पहले बात करते हैं दिल्ली के सिंघू बॉर्डर की. कहने को तो दिल्ली पुलिस ने गत 24 फरवरी को सिंघू बॉर्डर पर दोनों तरफ की सर्विस लेन खोल दी थी, ताकि लोगों को आवाजाही में सहूलियत हो. लेकिन अब भी लोगों को यहां घंटों जाम में फंसना पड़ रहा है. दरअसल, नेशनल हाईवे होने की वजह से यहां ट्रैफिक का भारी दबाव है. रोजाना इस बॉर्डर से लाखों की संख्या में गाड़ियां दिल्ली से हरियाणा और हरियाणा की तरफ से इतनी ही गाड़ियां दिल्ली की तरफ आती हैं.
सिंघू बॉर्डर पर सर्विस लेन चालू
चूंकि सिंघू बॉर्डर पर मुख्य लेन की जगह सिर्फ सर्विस लेन ही खोली गई है, इस कारण वाहनों का भारी दबाव रहता है. इससे ना सिर्फ यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, बल्कि सिंघू बॉर्डर के आसपास काम करने वाले भी परेशानी का सामना कर रहे हैं. दरअसल, किसान आंदोलन 2.0 को लेकर दिल्ली के तीनों बॉर्डर को पूरी तरह से 13 फरवरी से बंद कर दिया गया था. जीटी रोड पर दिल्ली के मुकरबा चौक से लेकर करनाल तक पूरा हाईवे नॉनस्टाप है, सिंघू बॉर्डर पर भी फ्लाईओवर बना हुआ है. लेकिन फ्लाईओवर पर बैरिकेडिंग की वजह से वाहनों को सर्विस लेन से निकलना पड़ता है. यहां सबसे बड़ी दिक्कत ये है कि सिंघू बॉर्डर पर फ्लाईओवर के नीचे नरेला की तरफ से भी ट्रैफिक आता है. और फ्लाईओवर के दोनों तरफ काफी दुकानें भी हैं. साथ ही हरियाणा की तरफ जाने वाली गाड़ियां भी भारी संख्या में खड़ी रहती हैं, जिससे यहां लगातार जाम की स्थिति बन रही है.
गाजीपुर बॉर्डर अब भी है सील
अगर यूपी गेट बॉर्डर (गाजीपुर बॉर्डर) की बात करें तो, दोनों ही जगह बैरिकेडिंग के कारण भारी ट्रैफिक जाम हो रहा है. यूपी गेट पर किसानों के विरोध प्रदर्शन के चलते एतियातन दिल्ली पुलिस ने बैरिकेड्स लगाए गए थे. मुख्य सड़क के दोनों तरफ की सर्विस लेन को पक्के तरीके से सील किया गया था. ऐसे में दिल्ली आने-जाने के लिए गाजियाबाद से गाजीपुर बॉर्डर की तरफ बने फ्लाईओवर से ट्रैफिक निकाला जा रहा है. लेकिन फ्लाईओवर पर भी दोनों तरफ बैरिकेड्स लगाए गए हैं. यहां दिल्ली पुलिस के साथ ही रैपिड एक्शन फोर्स के जवानों को तैनात किया गया है. ऐसे में इस बॉर्डर से आने-जाने वाला सारा ट्रैफिक फ्लाईओवर के रास्ते ही गुजर रहा है. पीक आवर्स में इस बॉर्डर पर भी भारी ट्रैफिक जाम लग रहा है.
इस बॉर्डर पर बीते कुछ हफ्तों से बड़ी संख्या में किसान नही पहुंचे हैं. किसानों के कुछ छोटे-छोटे ग्रुप यहां पहुंचे थे, जिन्हें समझाबुझाकर गाजियाबाद पुलिस ने वापस लौटा दिया था. लेकिन कई अन्य बॉर्डर पर किसानों के बड़े प्रदर्शन के मद्देनजर गाजीपुर बॉर्डर पर भी दोनों तरफ की सर्विस लेन बंद कर दी गई थीं. सर्विस लेन अब भी नहीं खोली गई हैं. सुबह के समय बड़ी संख्या में लोग दफ्तरों के लिए इस बॉर्डर से गुजरते हैं. सर्विस लेन बंद होने और फ्लाईओवर पर सिर्फ दो लेन खुली होने के कारण लोगों को भारी ट्रैफिक जाम का सामना करना पड़ रहा है. शाम के वक्त भी ऐसी ही स्थिति रह रही है. किसानों के रुख को देखते हुए लग रहा है कि गाजीपुर बॉर्डर से आने-जाने वाले लोगों को अभी राहत मिलने वाली नहीं है.
टिकरी बॉर्डर पर स्थिति सामान्य
पंजाब से 6 मार्च को किसानों ने दिल्ली चलो मार्च का ऐलान किया है. ऐसे में दिल्ली की सुरक्षा को लेकर पुलिस सतर्क है. राष्ट्रीय राजधानी की सभी सीमाओं पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है. लेकिन टिकरी बॉर्डर पर स्थिति अभी सामान्य है. दिल्ली पुलिस ने अभी तक यहां किसी प्रकार की बैरिकेडिंग नहीं लगाई है. ऐसा अंदेशा है कि 5 मार्च की शाम को दिल्ली पुलिस टिकरी बॉर्डर को भी सील कर सकती है. पुलिस बल के अलावा सीआरपीएफ, अन्य पैरामिलिट्री फोर्स आदि को तैनात किया जा सकता है. हालांकि, फरवरी में पंजाब के किसान संगठनों के दिल्ली चलो मार्च को देखते हुए टिकरी बॉर्डर पर सुरक्षा बढ़ा दी गई थी. रोहतक हाईवे को पूरी तरह सील कर दिया गया था. लेकिन जब किसानों ने दिल्ली आने का इरादा बदल दिया तो टिकरी बॉर्डर को पूरी तरह लिए खोल दिया गया था.