इस्लामाबाद/लाहौर2 घंटे पहले
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आसिफ अली जरदारी और उनकी पार्टी सीनेट चेयरमैन और नेशनल असेंबली के स्पीकर पद भी मांग रही है। (फाइल)
पाकिस्तान में नई सरकार की तस्वीर कुछ साफ होती नजर आ रही है। ‘जियो न्यूज लाइव’ की रिपोर्ट के मुताबिक- इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) को छोड़कर कुछ पार्टियां मिलकर सरकार बना सकती हैं। इनकी संख्या 6 या इससे ज्यादा हो सकती है।
रिपोर्ट के मुताबिक- सरकार को बाहर से समर्थन का ऐलान करने वाली पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) सरकार में शामिल न होते हुए भी मोलभाव कर रही है। बिलावल की यह पार्टी चाहती है कि उनके पिता आसिफ अली को प्रेसिडेंट बनाया जाए। इसके अलावा वो सीनेट का चेयरमैन और नेशनल असेंबली का स्पीकर पद भी मांग रही है।
पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में कुल 336 सीटें हैं। इनमें से 265 सीटों पर चुनाव हुए। एक सीट पर चुनाव टाल दिया गया, जबकि एक सीट NA-88 के नतीजों को खारिज कर दिया गया है। यहां 15 फरवरी को फिर से वोटिंग होगी। बाकी 70 सीटें रिजर्व हैं।
कौन सी पार्टियां अलायंस कर सकती हैं
- रिपोर्ट के मुताबिक- नवाज शरीफ की पाकिस्तान मुस्लिम लीग (PML-N), आसिफ अली जरदारी और बिलावल भुट्टो की PPP अलांयस की मेन पार्टनर रहेंगी। इसके अलावा MQMP, PML-Q, IPP और BAP जैसी छोटी पार्टियां गठबंधन का हिस्सा बन सकती हैं। ये सभी पार्टियां मिलकर पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (PDM) बना सकती हैं।
- इस मामले में खास बात यह है कि अप्रैल 2022 में इमरान की सरकार गिरने के बाद भी PDM बनाया गया था। उस वक्त इसमें 13 पार्टियां शामिल थीं और शाहबाज शरीफ की अगुआई में वो सरकार कुल 16 महीने चली थी। इसके बाद नेशनल असेंबली का कार्यकाल पूरा हो गया और केयरटेकर सरकार ने मुल्क चलाने की जिम्मेदारी संभाली। अनवार-उल-हक काकड़ प्रधानमंत्री बने और अब तक हैं।
- PML-Q के चीफ चौधरी शुजात हुसैन और आसिफ अली जरदारी नई सरकार में अहम रोल निभा सकते हैं। इसके अलावा नवाज शरीफ भी होंगे, लेकिन वो सरकार में कोई पद नहीं लेंगे।
- बिलावल भुट्टो पहले ही साफ कर चुके हैं कि वो प्रधानमंत्री पद के लिए दावेदारी वापस ले रहे हैं। उनके मुताबिक- हमारी पार्टी को चुनाव में इतनी सीटें नहीं मिली हैं कि इस पद के लिए दावेदारी की जाए। लिहाजा, दूसरी पार्टी को मौका मिलना चाहिए और यह पार्टी नवाज की PML-N है।
68 साल के जरदारी 2008 से 2013 तक राष्ट्रपति रह चुके हैं। अब उनकी पार्टी PPP जरदारी को दूसरी बार प्रेसिडेंट बनाना चाहती है। (फाइल)
3 अहम पद क्यों मांग रही है PPP
- रिपोर्ट के मुताबिक- इसकी वजह बिल्कुल साफ है। दरअसल, PPP सरकार में न रहते हुए भी सरकार और संसद दोनों को कंट्रोल करना चाहती है। इसलिए वो सीनेट के चेयरमैन और नेशनल असेंबली के स्पीकर का पद मांग रही है। इस मामले में सबसे बड़ा दांव PPP ने बुधवार को खेला।
- रिपोर्ट के मुताबिक- PPP का कहना है कि आसिफ अली जरदारी को प्रेसिडेंट बनाया जाए। इस मामले पर बाकी पार्टियां भी आसानी से तैयार हो जाएंगी। 68 साल के जरदारी 2008 से 2013 तक राष्ट्रपति रह चुके हैं।
- PPP का कहना है कि मुल्क से इस वक्त इतिहास से सबसे मुश्किल दौर से गुजर रहा है और ऐसे में प्रेसिडेंट का रोल बहुत अहम हो जाता है। जरूरत इस बात की है कि किसी ऐसे व्यक्ति को प्रेसिडेंट बनाया जाए जो अनुभवी हो और जरदारी इस लिहाज से परफेक्ट च्वॉइस हैं।
- एक रिपोर्ट के मुताबिक- सिंध और बलूचिस्तान के चीफ मिनिस्टर की पोस्ट भी PPP ही मांग रही है। वो केंद्र सरकार में तो शामिल नहीं हो रही है, लेकिन बाकी कुछ ऐसी मांगें कर रही है, जो साफ तौर बताती हैं कि सौदेबाजी के मामले में जरदारी और बिलावल पीछे नहीं रहना चाहते।
- जमीयत-उलेमा-ए-इस्लाम के चीफ मौलान फजल-उर-रहमान भी सरकार का हिस्सा बन सकते हैं। इसका मुख्य मकसद अफगानिस्तान को साधना होगा, जो इस वक्त पाकिस्तान के लिए गले की हड्डी बना हुआ है।