हॉस्पिटल में रील्स और प्री वेडिंग शूट करने को लेकर कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडुराव ने नाराजगी जताई है. चित्रदुर्ग जिले के एक सरकारी अस्पताल के ऑपरेशन थिएटर में प्री-वेडिंग फोटोशूट करने के लिए एक डॉक्टर को बर्खास्त करने के एक दिन बाद अब उन्होंने मेडिकल साइंस के 38 मेडिकल छात्र और छात्राओं को सरकारी अस्पताल परिसर में रील रिकॉर्डिंग के लिए दंडित किया है.
ICU में प्री-वेडिंग शूट करने के लिए डॉक्टर को किया था बर्खास्त
सोशल मीडिया पर एक्टिव लोगों में रील्स बनाने का चस्का लगा हुआ है. रील्स बनाने के जुनून के आगे लोग जगह, टाइमिंग कुछ नहीं देखते, बस उनका फोकस ज्यादा लाइक्स और व्यूज़ पर रहता है. हॉस्पिटल में स्टूडेंट्स की डांस करते हुए रील्स सोशल मीडिया पर खूब वायरल तो हुईं लेकिन इसक हर्जाना उनको उठाना पड़ा. हॉस्पिटल में शांति बनाए रखने और किसी भी अन्य तरीके की गतिविधि करने की मनाही होती है. इससे पहले भी हॉस्पिटल के आईसीयू वार्ड में प्री-वेडिंग शूट करने वाले डॉक्टर को नौकरी से निकाल दिया गया था.
पेशेंट बेड आदि उपकरणों के साथ रील्स बना रहे छात्र
सोशल मीडिया पर वायरल इन रील्स में छात्र हॉस्पिटल परिसर में कभी डांस तो कभी कोई एक्ट करते हुए शूट कर रहे हैं. इतना ही नहीं, पेशेंट बेड, स्टेथोस्कोप आदि उपकरणों का इस्तेमाल भी रील्स बनाने में किया गया है. स्टूडेंट्स के इंस्टाग्राम पेज को फॉलो करके पता चलता है कि हॉस्पिटल में मेडिकल से जुड़ी चीजें सीखने के बजाए उन्होंने रील्स बनाने में ज्यादा समय व्यर्थ किया है. इसलिए प्रशासन द्वारा इन स्टूडेंट्स की ट्रेनिंग को 10 दिन के लिए और बढ़ा दिया गया है.
वीडियो वायरल होने पर लोगों ने की स्टूडेंट्स की आलोचना
यह घटना तब सामने आई जब जिला अस्पताल में मेडिकल स्टूडेंट्स के हिंदी और कन्नड़ गानों पर डांस करने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. वीडियो देखने पर, व्यूअर्स ने अलग-अलग तरीके से रिएक्ट किया, अधिकतर लोगों ने स्टूडेंट्स की आलोचना की है. गडग इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस के निदेशक डॉ. बसवराज बोम्मनहल्ली ने कहा कि ‘आज, मुझे अस्पताल परिसर में रिकॉर्ड की गई रीलों के बारे में पता चला.
10 दिनों के लिए बढ़ाई स्टूडेंट्स की ट्रेनिंग
हमने सभी को बुलाया और इसके बारे में पूछताछ की, उनमें से 38 लोग ऐसे हैं जिन्होंने परिसर के भीतर ऐसा किया है. यह एक गंभीर गलती है, वे जो भी करना चाहते थे, उन्हें करना चाहिए लेकिन अस्पताल परिसर के बाहर, जिससे मरीजों को असुविधा नहीं होगी. हमने ऐसी गतिविधियों के लिए कोई अनुमति नहीं दी है. उन्होंने दावा किया कि यह प्री-ग्रेजुएशन समारोह के लिए रिकॉर्ड किया गया था. हमने इसका संज्ञान लिया है, उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए था. उनके खिलाफ उचित कार्रवाई की गई है. अगले 10-20 दिनों में उनकी हाउसकीपिंग खत्म होने वाली थी और हमने उसे 10 दिनों के लिए बढ़ा दिया है.’