पंजाब रोडवेज।
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पंजाब में 16 फरवरी को बसों का चक्का जाम रहेगा। पंजाब रोडवेज, पनबस व पीआरटीसी कांट्रैक्ट वर्कर यूनियन ने केंद्र सरकार के खिलाफ ट्रेड यूनियनों के भारत बंद के आह्वान में शामिल होने का फैसला लिया है।
यूनियन के प्रधान हरकेश विक्की ने बताया कि पहले जत्थेबंदी ने 13 फरवरी से तीन दिनों तक हड़ताल करने का फैसला लिया था लेकिन शुक्रवार को पंजाब के ट्रांसपोर्ट मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर, सेक्रेटरी ट्रांसपोर्ट के अलावा अन्य अधिकारियों के साथ जत्थेबंदी की पैनल मीटिंग हुई। इसमें सरकार ने जत्थेबंदी की मांगों को जल्द पूरा करने का भरोसा दिया है। इसके बाद जत्थेबंदी ने 13 फरवरी से की जाने वाली हड़ताल को वापस ले लिया है। अब इन तीन दिन आम दिनों की तरह बसें चलेंगी।
उन्होंने बताया कि जत्थेबंदी की प्रमुख मांगों में कच्चे मुलाजिमों को पक्का करने और तनख्वाहों में वृद्धि करना शामिल है। सरकार ने इस पर गौर किया और फैसला लिया है कि डायरेक्टर स्टेट ट्रांसपोर्ट के अधीन एमडी पीआरटीसी व अन्य को शामिल कर एक कमेटी बनाई जाएगी। यह कमेटी सभी पहलुओं को जांच करेगी। इसके बाद एक महीने के अंदर वेतन में वृद्धि कर दी जाएगी।
वहीं ठेका मुलाजिमों की मांग थी कि नौकरियों से निकालने की खराब शर्तों को रद्द कर सर्विस रूल बनाए जाएं। पनबस और पीआरटीसी के ब्लैक लिस्ट मुलाजिमों को एक हफ्ते में बहाल किया जाए। पनबस व पीआरटीसी में नई बसें शामिल की जाएं। इसके अलावा छोटी-छोटी शिकायतों पर मुलाजिमों को परेशान करने की नीति छोड़ी जाए।