बांग्लादेश की प्रधानमंत्री और अवामी लीग की प्रमुख शेख हसीना ने रविवार को हुए आम चुनावों में भारी वोटों से अपनी सीट से जीत दर्ज की है. उन्होंने गोपालगंज-3 संसदीय सीट पर एक बार फिर शानदार जीत दर्ज की है.
हसीना (76) को इस सीट से 249,965 वोट मिले जबकि इस सीट पर उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी बांग्लादेश सुप्रीम पार्टी के एम निजाम उद्दीन लश्कर को सिर्फ 469 वोट ही मिले.
सिर्फ 40 फीसदी के करीब हुई थी वोटिंग
मतदान ख़त्म होने के बाद चुनाव आयोग के मुताबिक वहां सिर्फ 40% मतदान हुआ है. 2018 के आम चुनाव में कुल मिलाकर 80 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ था. चुनाव आयोग के एक प्रवक्ता ने कहा, “मतदान शाम 4 बजे समाप्त हो गया और गिनती शुरू हो गई है.” उन्होंने कहा कि नतीजे सोमवार सुबह तक आने की उम्मीद है. उन्होंने कहा कि हिंसा की कुछ छिटपुट घटनाओं के अलावा, 300 में से 299 निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान काफी हद तक शांतिपूर्ण रहा. एक उम्मीदवार की मृत्यु के कारण आयोग ने एक सीट पर मतदान सस्पेंड कर दिया.
चुनाव आयोग ने वोटिंग के दौरान, पूर्वोत्तर चट्टोग्राम में सत्तासीन अवामी लीग के उम्मीदवार की उम्मीदवारी रद्द कर दी. आरोप था कि प्रत्याशी ने एक पुलिस अधिकारी को धमकाया था. इसके बाद इस निर्वाचन क्षेत्र में सत्तासीन पार्टी के दो बागी उम्मीदवारों के बीच चुनाव लड़ा गया.
BNP ने किया चुनाव बहिष्कार
मतदान का प्रतिशत इसलि भी कम रहा क्योंकि नजरबंद बीमार पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया की बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) ने चुनाव का बहिष्कार किया. पार्टी ने आरोप लगाया कि मौजूदा सरकार के तहत कोई भी चुनाव निष्पक्ष और विश्वसनीय नहीं होगा. चुनाव के दिन लोगों में कहीं भी वोटिंग को लेकर जरा भी उत्साह नजर नहीं आया. यहां तक कि चुनाव प्रचार बूथों के सामने भी सत्ताधारी दल समर्थित समर्थकों और चुनाव एजेंटों के अलावा मतदाताओं की मौजूदगी नहीं थी. कई बूथ पर पीठासीन अधिकारी खाली बैठे रहे और वहां कोई कतार नहीं लगी.