सोनीपत में स्मॉग
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हरियाणा में प्रदूषण अपने खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। वातावरण में स्मॉग छाने से लोगों की परेशानी बढ़ती जा रही है। लोगों को सांस लेने में परेशानी के साथ आंखों में जलन की समस्या भी होने लगी है।
सोनीपत का एक्यूआई शुक्रवार को 465 तक पहुंच गया है। साथ ही पीएम-10 व पीएम 2.5 का स्तर 500-500 दर्ज किया गया। जिससे अस्पताल में सांस, गले में खराश व आंखों में जलन के मरीज लगातार पहुंच रहे हैं। प्रदूषण गंभीर स्तर पर पहुंचने के चलते चिकित्सक एहतियात बरतने की सलाह दे रहे हैं।
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दिवाली से पहले ही लगातार बढ़ रहे प्रदूषण के चलते वातावरण में सुबह-शाम के साथ ही रात को स्मॉग छाने लगा है। शुक्रवार को भी सुबह स्मॉग का असर दिखाई दिया। वातावरण में स्मॉग छाने से सांस लेने में दिक्कत व आंखों में जलन हो रही है। साथ ही गले में खराश के मरीज भी बढ़ने लगे हैं। इसके साथ ही जिन लोगों को पहले से सांस की बीमारी है, उनके लिए यह स्मॉग काफी खतरनाक है।
चिकित्सकों की सलाह
सोनीपत नागरिक अस्पताल के फिजिशियन डॉ. योगेश गोयल ने कई हिदायत दी है। उन्होंने कहा कि मौसम में ठंडा पानी नहीं पीना चाहिए। इससे शरीर के अंदर गए कण ठंडे पानी से जम जाते हैं। घर से बाहर बिना किसी कारण के नहीं निकलना चाहिए और घर से निकलना है तो मुंह पर मास्क व आंखों पर चश्मा लगाकर निकलना चाहिए। आंखों को दिन में कई बार पानी से धोते रहना चाहिए, जिससे आंखों में परेशानी होने का खतरा कम रहता है।
ग्रैप 3 लागू
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने ग्रैप-3 लागू कर दिया है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी प्रदीप सिंह ने बताया कि प्रदूषण फैलाने वालों पर लगातार कार्रवाई की जा रही है। उनकी टीम लगातार प्रदूषण फैलाने वालों पर शिकंजा कस रही है। लोगों को बेहतर मास्क लगाने की सलाह भी दी जा रही है। प्रदूषण बढ़ने पर ग्रैप-3 लागू कर दिया गया है। ऐसे में निर्माण से लेकर पेंट करने तक का कार्य बंद कर दिया गया है। खनन पर रोक है और स्टोन क्रशर बंद करने के आदेश दिए गए हैं।